लखनऊ। मैनपुरी में हुए छह करोड़ 38 लाख के मिड-डे-मील घोटाले के आरोपी सर्च नामक स्वयंसेवी संगठन के संचालक अशोक चौहान को सीबीआइ ने गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ ने उसे शुक्रवार को गाजियाबाद में सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एस लाल की अदालत में पेश किया, जहां उसे 13 दिसंबर तक के लिए जेल भेज दिया। वहीं एक अन्य आरोपी विवेक सुदर्शन के गैर जमानती वारंट जारी कर दिए गए।
प्रदेश के मैनपुरी जिले में मिड-डे-मील घोटाले का पर्दाफाश किया गया था। इसमें तीन आइएएस, तीन बेसिक शिक्षा अधिकारी, एक लिपिक तथा दो स्वयंसेवी संगठन के पदाधिकारियों को आरोपी बनाया गया था। जांच के बाद सीबीआइ विशेष अदालत में इसपर चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इसमें कुल 2331 लोगों को गवाह बनाया गया है। जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है उनमें रघुवीर सिंह, प्रशांत मिश्रा, विवेक सुदर्शन, अशोक चौहान, जितेंद्र बहादुर सिंह, हरदेश कुमार, दिनेश शुक्ला तथा सचिन हैं। इनमें तीन आइएएस, तीन पीसीएस अधिकारी भी शामिल हैं। इन पर आरोप है कि अधिकारियों ने मिड-डे-मील का ठेका नियमों के विपरीत जाकर स्वयंसेवी संगठन को दे दिया। पिछली तारीख पर स्वयंसेवी संगठन सर्च के संचालक अशोक चौहान के गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे। शुक्रवार को चौहान को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। सीबीआइ के लोक अभियोजक बीके सिंह ने कहा कि यह गंभीर अपराध है, लिहाजा उसे जेल भेजा जाए। अदालत ने चौहान को 13 दिसंबर तक जेल भेज दिया।[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]