KAMALGANJ (FARRUKHABAD) : देश इक्कीसवीं सदी में विकास की पैगें बढ़ा रहा है। विदेशों की तर्ज पर बड़ी बड़ी माल व बाजार के अलावा राष्ट्रीय राजमार्गों की भी स्थापना की जा रही है लेकिन विकासखण्ड कमालगंज क्षेत्र के ग्राम आजाद नगर भटपुरा के मजरा काला झाला में अभी भी लोग कूड़े कचरे में ही जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर हैं। सोमवार को पोलियो की दवा पिलाने गयी स्वास्थ्य टीम को ग्रामीणों ने विरोध करते हुए बंधक बना लिया। एमओआईसी द्वारा पुलिस फोर्स भेजने के बाद टीम को ग्रामीणों ने छोड़ दिया लेकिन पोलियो ड्राप अपने बच्चों को नहीं पिलवाया।
शासन ने भले ही पोलियो जैसे राष्ट्रीय योजना में व्यवधान डालने वालों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिये हों लेकिन मरता सो क्या नहीं करता की तर्ज पर काला झाला के ग्रामीणों ने पोलियो टीम का डटकर विरोध किया और किसी भी कीमत पर अपने बच्चों को पोलियो ड्राप नहीं पिलवाया।
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800 की आबादी वाले मजरा काला झाला में एक भी सड़क पक्की नहीं है। गांव में गंदगी का साम्राज्य है। ग्रामीणों का कहना है कि सभी गलियां व नालियां बंद पड़ी है। रास्ता निकलने में मुस्किल हो रही है। जून माह में भी पोलियो का बहिष्कार किया था। जिस पर खण्ड विकास अधिकारी कमालगंज ने आश्वासन दिया था कि गांव का विकास कार्य करा दिया जायेगा।
प्रधान रूबीदेवी पर आरोप लगाया कि हमारे यहां जब से रूबीदेवी का कार्यकाल आया तब से विकास कार्य नहीं करवाया गया। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक गांव में विकास कार्य नहीं करवाये जायेंगे तब तक बहिष्कार किया जायेगा।
पोलियो टीम में शिक्षामित्र विवेक दुगे, मनोरमा कार्यकत्री, सुमन आशा बहू को ग्रामीणों ने बैठा लिया। पोलियो टीम ने सूचना एमओआईसी कमालगंज को दी। एमओआईसी मानसिंह ने थाने में सूचना दी। पुलिस फोर्स ने मौके पर जाकर ग्रामीणों को समझाया बुझाया और पोलियो पिलाने गयी स्वास्थ्य टीम को वापस ले आयी। इस सम्बंध में मुख्य चिकित्साधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी को भी सूचना दी गयी है।