FARRUKHABAD : सामाजिक संस्था अमर ज्योति की तरफ से घटियाघाट स्थित उत्तरी पूर्वी बंधा को बैकुण्ठ धाम का नाम देकर उसमें प्रतीक्षालय व अन्य भवनों के निर्माण कार्य को कराने को लेकर रविवार को कार्तिक पूर्णिमा के दिन भूमि पूजन कर दिया गया। प्रशासन ने अभी तक किसी भी तरह के निर्माण के लिए लिखित में आदेश जारी नहीं किये हैं।
बीते एक सप्ताह पूर्व घटियाघाट उत्तरी पूर्वी बंधा पर प्रशासन द्वारा टीनशेड इत्यादि डलवाने की जगह और हैन्डपम्प लगाने की मांग संस्थान ने की थी और एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया था। संगठन ने उसी दौरान प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर जिलाधिकारी द्वारा उन्हें टीनशेड लगाने की अनुमति नहीं मिलती तो वह स्वतः ही निर्माण शुरू कर देंगे। इसी के चलते अमर ज्योति संस्था के पदाधिकारियों ने रविवार प्रातः उत्तरी पूर्वी बंधा पर प्रतीक्षालय सह शरणालय की हवन पूजन के साथ आधारशिला रख दी। संस्था के अध्यक्ष विष्णु दीक्षित ने बताया कि इसे बनवाने में लगभग तीन लाख रुपये का खर्चा आयेगा। जो चंदे के द्वारा वहन किया जायेगा।
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उन्होंने आरोप लगाया कि बीते 11 जनवरी 2012 से वह प्रशासन से लगातार प्रतीक्षालय बनवाने हेतु जगह आवंटित करने की मांग करते चले आ रहे थे। लेकिन प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। जिसके बाद संगठन को बगैर अनुमति ही यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन निर्माण कार्य में व्यवधान डालेगा तो संगठन उसके लिए मुहंतोड़ जबाब देने के लिए तत्पर है। उन्होंने बताया कि उत्तरी पूर्वी बंधा का नाम अब बैकुण्ठ धाम रखा जायेगा। जहां हरदोई, शाहजहांपुर या निकटवर्ती क्षेत्रों से शव इत्यादि लेकर आने वाले लोग इसमें शरण लेंगे।
इस दौरान संस्था के उपाध्यक्ष कौशलेन्द्र पाण्डेय, महासचिव प्रमोद तिवारी, उप सचिव अखिलेश दीक्षित, सुखेश शुक्ला, स्वदेश त्रिवेदी, प्रणव दुबे आदि मौजूद रहे।
नगर मजिस्ट्रेट प्रभुनाथ ने बताया कि बगैर अनुमति के कोई भी निर्माण होने नहीं दिया जायेगा। मामले की जानकारी विभागीय व उच्चाधिकारियों को देकर जांच करायी जायेगी।