FARRUKHABAD : परत दर परत इकरार हत्याकाण्ड का खुलासा हो जाने के बाद भी पुलिस अभी तक आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में नाकामयाब साबित हुई। या यूं कहिए कि सिर्फ हाथ पर हाथ रखे बैठी है। घटना हुए 15 दिनों से अधिक का समय बीत गया है।
विदित है कि बीते 1 अक्टूबर को शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कछियाना के पीछे टाटा डोकोमो के टावर गार्ड इकरार पुत्र अवरार की सिर पर गहरी चोट पहुंचाने के बाद डीजल से जलाकर हत्या कर दी गयी थी। पुलिस ने घटना वाले दिन ही जबर सिंह पाल उर्फ नन्हें को पूछताछ के लिए उठाया था। जबर सिंह ने पुलिस को पूरी घटना शीशे की तरह साफ करके बता दी। आठ दिन तक चली पूछताछ के बाद पुलिस ने जबर सिंह को छोड़ दिया लेकिन मुख्य आरोपी शैलेन्द्र वर्मा निवासी कछियाना के विषय में पुलिस कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। घटना के पीछे पहले ही टावर पर नौकरी को लेकर विवाद बताया गया था। पुलिस की कार्यवाही कछुए की चाल चल रही है।
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दोहरे हत्याकाण्ड में बेबर से भी खाली हाथ लौटी पुलिस
फर्रुखाबाद: मोहम्मदाबाद क्षेत्र के ग्राम बीघामऊ स्थित शीतला देवी के मंदिर परिसर में साधु व उसकी चेली की गला काटकर हत्या कर दी गयी थी। पुलिस ने चेली विमला देवी के पुत्र बबलू पर हत्या का शक जताया था। पहले फिरोजाबाद से पुलिस खाक छानकर वापस लौट आयी थी और बीते दिन पुलिस ने बेबर में बबलू की तलाश में दबिश दी लेकिन नतीजा कुछ नहीं मिला। फिलहाल दोहरे हत्याकाण्ड को लेकर भी पुलिस अभी कोई खास कामयाबी हासिल नहीं कर पायी है।