मारपीट में घायल की उपचार के दौरान मौत

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KAIMGANJ (FARRUKHABAD) : बीते 24 सितम्बर को नगर के मुहल्ला सधवाडा में उस समय अफरा तफरी का माहौलपैदा हो गया था, जब भतीजे ने अपने ही चाचा व चचेरे भाई की पत्नी पर हसिये से बार कर दिये थे तथा दहशत फैलाने के लिए उसके साथ आये लोगों ने फायर किए थे। दिन दहाडे फायरिंग तथा इस दरिंदगी भरी घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी थी। घंभीर हालत में घायल जवाहर लाल की उपचार के दौरान प्राइवेट अस्पताल में शनिवार को मौत हो गई.jawahar lal

सधवाडा निवासी जवाहर लाल पुत्र लालता प्रसाद तथा जवाहर के भाई मोहन सगे भाई भाई हैं। दोनों का पुरानी जमीन को लेकर विवाद चला आ रहा था। जिसको लेकर 6 माह पूर्व जवाहर लाल ने अपने भाई मोहन तथा उनके पुत्र अनिल, विमल व योगेश, स्वदेश पुत्रगण धर्मेन्द्र प्रेमवती पत्नी धर्मेन्द्र व प्रेमा पत्नी मोहन लाल के खिलाफ मारपीट का मुकद्मा दर्ज कराया था। जिसमें उक्त 7 लोगों के खिलाफ कोर्ट ने वारंट जारी किये थे। जिसमें विमल पुत्र मोहनलाल, योगेश व स्वदेश पुत्रगण धर्मेन्द्र को पुलिस ने हाल में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसी खुन्नस जवाहर लाल का भतीजा अनिल शराब के नशे में उसके घर में अपने 4-5 अज्ञात साथियों सहित घुस गया और गाली गलौज करता हुआ घर में मौजूद जवाहर लाल व उसकी पुत्रवधू अरूणा देवी को हसिया से ताबडतोड प्रहार करके घायल कर दिया था।

भारी भीड को देखकर अनिल जान से मारने की धमकी देकर भाग गया था। घायलों ने कोतवाली पहुंचकर घटना की रिपोर्ट अनिल पुत्र मोहनलाल व प्रेमा पत्नी मोहनलाल निवासीगढ सदवाड़ा के खिलाफ दर्ज कराई थी। पुलिस ने अनिल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। घायल जवाहर लाल की हालत चिंताजनक देखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सकों ने लोहिया अस्पताल फर्रूखाबाद के लिए रिफर कर दिया था। लेकिन वहा भी हालत में सुधार न होने पर परिजनों ने घायल जवाहर लाल को फर्रूखाबाद के प्राईवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया था।

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शनिवार को जवाहर लाल की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। मृतक के परिजनों ने जवाहर लाल के शव को उनके निवास पर ले आए। जवाहर की मृत्यु की सूचना पाकर कोतवाली प्रभारी कुवर बहादुर सिंह दलबल के साथ मृतक जवाहर लाल के घर पहुंचकर शव का पंचनामा भरवाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

कोतवाली प्रभारी कुवर बहादुर सिंह ने बताया कि हमलावर अनिल को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 की कार्यवाही शीघ्र कर दी जायगी और शीघ्र ही दूसरे आरोपी प्र्रेमा की भी गिरफ्तारी की जाएगी।