क्या पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को ‘देहाती औरत’ कहा? क्या शरीफ का आशय अपने भारतीय समकक्ष का अपमान करना था?
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली में आयोजित एक रैली में इस कथित बयान को मुद्दा बनाए जाने के बाद पाकिस्तान के पत्रकार हामिद मीर और भारत की पत्रकार बरखा दत्त ने दावा किया कि शरीफ का यह आशय नहीं था।
मीर ने कहा कि शरीफ ने उन्हें और बरखा दत्त को न्यूयार्क में नाश्ते पर कहा कि मनमोहन सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से पाकिस्तान के बारे में ‘देहाती औरत’ की तरह शिकायत की है। मीर का मानना है कि शरीफ मनमोहन सिंह से नाखुश हैं।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
मीर ने कहा, “शरीफ ने बरखा से मुस्कराते हुए कहा, ‘ओबामा से शिकायत करते हुए मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री की तरह नहीं, बल्कि देहाती औरत’ की तरह दिखे।” बाद में उन्होंने ट्वीट किया : ‘प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मनमोहन सिंह के खिलाफ कुछ भी अपमानजनक नहीं कहा।’
वहीँ बरखा दत्त ने बताया, “शरीफ का उदाहरण के लिए की गई तुलना का आशय किसी विवाद से तीसरे पक्ष को दूर रखने के बारे में था। उन्होंने प्रधानमंत्री के बारे में ओछी टिप्पणी नहीं की।”
बरखा ने अपने ट्वीट में कहा है, “शरीफ इस बात से दुखी थे कि भारत ने ओबामा के सामने पाकिस्तान का उल्लेख किया। इस परिप्रेक्ष्य में उन्होंने उदाहरण के लिए एक कहानी सुनाई। शरीफ की कहानी के मुताबिक दो गांववालों के बीच विवाद था। विवादित पक्ष में एक महिला थी। कहानी का अंत वहां जाकर होता है कि किसी तरह पक्षों के बीच झगड़ा खत्म होता है।”
कथित टिप्पणी के लिए मोदी ने शरीफ को आड़े हाथों लिया।
मोदी ने कहा, “नवाज शरीफ आपने ऐसा कहने का साहस कैसे किया? आपको ऐसा कहने का क्या अधिकार है?” मोदी ने शरीफ की टिप्पणी को भारतीय प्रधानमंत्री का अपमान बताया। उन्होंने यह भी मांग की कि आखिर नाश्ते पर मौजूद भारतीय पत्रकार जिसका नाम वे नहीं ले सकते वहां से विरोध में उठकर चल क्यों नहीं दिए।