FARRUKHABAD : लेनदेन के विवाद में बीती रात दो डिस संचालकों के बीच स्थिति इतनी बिगड़ी कि फायरिंग तक नौबत पहुंच गयी। कई राउंण्ड फायरिंग होने से क्षेत्र में दहशत फैल गयी। पुलिस को घटना के 18 घंटे बाद भी भनक नहीं लगी।
शहर कोतवाली क्षेत्र का घोड़ा नखास चौकी क्षेत्र जो वर्तमान में अराजक तत्वों का शरण स्थल बनता जा रहा है। बीती रात तकरीबन 12 बजे पक्कापुल निवासी सट्टा माफिया व छावनी निवासी डिस संचालक साहबगंज चौराहे पर बैठ कर दारू पी रहे थे। अचानक दोनो में किसी बात को लेकर विवाद शुरू हो गया। विवाद बढ़ता देख छावनी निवासी डिस संचालक सुरेन्द्र वहां से चलने लगा तो पीछे से पक्कापुल निवासी सट्टा माफिया ने गाली गलौज के साथ चेतावनी भरे शब्द प्रयोग किये। सूत्र बताते हैं कि मामला डिस के पैसे के लेनदेन का था। चेतावनी सुनने के बाद सुरेन्द्र अपने हाथ में पत्थर लेकर पुनः लौटा तो गुस्साये पक्कापुल निवासी सट्टा माफिया ने सुरेन्द्र पर जानलेवा हमले के इरादे से फायर झोंक दिया। लेकिन सुरेन्द्र बाल बाल बच गया। जान बचानक वह छावनी स्थित अपने घर पर दुबक गया।
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दबंगई में पक्कापुल निवासी सट्टा माफिया ने सुरेन्द्र डिस वाले के मकान के बाहर कई राउण्ड फायर कर दिये और मौके से फरार हो गया। मजे की बात तो यह है कि सर्वाधिक संवेदनशील क्षेत्र माना जाने वाला साहबगंज चौराहा क्षेत्र जहां बीते दिनों ही पुलिस पर जान लेवा हमला हो चुका है। चौराहे पर ही तीन तीन शराब के ठेके हैं, जहां अराजकतत्वों का आना जाना बना रहता है, इसके बावजूद भी कोई पिकेट ड्यूटी का सिपाही मौके पर मौजूद नहीं था। चौंकाने वाली बात तो यह है कि घटना के 18 घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी पुलिस अनजान बनी हुई है।
इस सम्बंध में शहर कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक हरिश्चन्द्र से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। जानकारी के अनुसार अब घटना के सम्बंध में तफ्तीश करायी जायेगी।
सपा नेताओं में फायरिंग
थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के कुइयांबूंट पर दारू के नशे में दो सपा नेताओं के बीच फायरिंग की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। थानाध्यक्ष मऊदरवाजा ने बताया कि सोनू यादव व सरवन ठाकुर नाम के दो लोगों में मारपीट की सूचना प्राप्त हुई थी। फिलहाल मौके पर दोनो आरोपी फरार मिले।