आगामी वर्ष 2011 में चार सूर्य और दो चन्द्र ग्रहण होंगे। दोनों चन्द्र ग्रहण पूरे देश में दिखाई देंगे।
प्राचीन समय से कालगणना की नगरी रही उज्जैन में स्थित पौराणिक शासकीय जीवाजी वैधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र प्रसाद गुप्त ने आज यहां बताया कि वर्ष 2011 में चार जनवरी और एक जून को आंशिक सूर्य ग्रहण, 15 जून को पूर्ण चन्द्र ग्रहण, एक जुलाई और 25 नवम्बर को आंशिक सूर्य ग्रहण तथा दस दिसम्बर को पूर्ण चन्द्र ग्रहण होगा। सभी सूर्य ग्रहण आंशिक है लेकिन दोनों चन्द्र ग्रहण सौ प्रतिशत होने के कारण संपूर्ण भारत में दिखाई देंगे।
एक खगोलशास्त्री, जिसने सभी बड़े सूर्य ग्रहण देखे
उन्होंने बताया कि अगले वर्ष जनवरी माह के प्रथम सप्ताह में आंशिक सूर्य ग्रहण दोपहर 12 बजकर दस मिनिट दो सेकेंड से प्रारंभ होगा और दोपहर दो बजकर बीस मिनिट चार सेकेंड पर मध्य तथा चार बजकर तीस मिनिट नौ सेकेंड पर मोक्ष होगा। जिसे भारत के उत्तर पश्चिम के हिस्से के जम्मू कश्मीर, पंजाब, दिल्ली, जयपुर सहित शिमला क्षेत्र में देखा जा सकेगा। शेष तीन आंशिक सूर्य ग्रहण भारत के किसी हिस्से में नजर नहीं आएगा।
डॉ गुप्त ने बताया कि दोनों पूर्ण चन्द्र ग्रहण में से 15 जून होने वाला चन्द्र ग्रहण रात्रि 11 बजकर 52 मिनिट चार सेकेंड से प्रारंभ होगा और एक बजकर 42 मिनिट पर इसका मध्यकाल होगा और तीन बजकर 32 मिनिट छह सेकेंड पर समाप्त होगा। इसी प्रकार दूसरा पूर्ण चन्द्र ग्रहण दस दिसम्बर को शाम छह बजकर 15 मिनिट से शुरू होगा और रात्रि आठ बजकर एक मिनिट 08 सेकेंड पर इसका मध्य काल होगा और नौ बजकर 48 मिनिट तीन सेकेंड पर समाप्त होगा।