फर्रुखाबाद: जैथरा में दो वर्ष पूर्व हुए तिहरे हत्याकाड में बसपा सरकार के पूर्व मंत्री अवधपाल सिंह, अपने पुत्र और दो भाइयों समेत फंस गए हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर पुलिस ने रविवार रात उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जाच सीबीसीआईडी की ओर से की जाएगी।
फर्रुखाबाद जनपद के कमालगंज थाना क्षेत्र के ग्राम नौसारा निवासी अनुरोध सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा था कि उनके भाई संतोष कुमार जैथरा कस्बा के सर्राफ विजय वर्मा के प्राइवेट सुरक्षाकर्मी थे। दस जून 2011 को दोपहर करीब 11:45 बजे सर्राफ विजय वर्मा अपने पुत्र अभिषेक, सोनू तथा सुरक्षा गार्ड संतोष कुमार के साथ दुकान पर मौजूद थे। इस बीच बसपा सरकार में पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री रहे टपुआ निवासी अवधपाल सिंह, उनके एमएलसी भाई चंद्रप्रताप, अमरपाल तथा पुत्र रणजीत ने हथियारबंद लोगों के साथ दुकान पर धावा बोल दिया। अंधाधुंध फायरिंग और बमबारी में उनके भाई संतोष, सर्राफ विजय वर्मा तथा उनके पुत्र अभिषेक वर्मा की मौत हो गई। इस दौरान हमलावर उनके भाई की लाइसेंसी रायफल भी लूट ले गए। हमलावरों में छोटी जरारी निवासी अरविंद सिंह, जयराम सिंह, नेपाल, रामतीर्थ तथा सुरजीत भी शामिल बताए गए हैं। तिहरे हत्याकाड के बाद पुलिस को तहरीर दी गई, लेकिन पुलिस ने मंत्री के दबाव के चलते अभियोग दर्ज नहीं किया। न्याय न मिलने पर हाईकोर्ट की शरण ली है। अदालत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश जारी किए। अलीगंज के पुलिस उपाधीक्षक शमशेर सिंह ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर तिहरे हत्याकाड का अभियोग पूर्व मंत्री अवधपाल सिंह यादव और उनके तीन परिजनों, पाच अन्य नामजदों के साथ 15-20 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है।
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