FARRUKHABAD : हां, यह चौंका देने वाला कोई वयान नहीं है, यह पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की सोच का ही नतीजा है कि उनकी मात्र टोपी ही दूर दराज से आने वाले ग्रामीणों को न्याय दिलाने के लिए काफी हैं। यह कारनामा किसी और जनपद में भी नहीं वल्कि फर्रुखाबाद जनपद के तहसील सदर में बुधवार को हुए तहसील दिवस में पुलिस विभाग के अधिकारियों ने कर दिखाया। जहां पर उन्होंने स्वयं न बैठकर अपनी टोपी ही रख दी। बस मिल गया नागरिकों को न्याय और चले गये अपना सा मुंह लेकर घरों को।
जनता की सुविधाओं के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही तहसील दिवस व जनता दिवसों पर जिम्मेदार अधिकारियों की लेट लतीफी से पहले ही जनता का भरोसा उठ चुका है। लेकिन पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा उस समय तहसील दिवस को शर्मशार कर दिया गया जब वह अपने हस्ताक्षर करने के बाद तहसील दिवस में पड़ी कुर्सियों के सामने मेज पर अपनी टोपी रखकर चले गये।
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दूर दराज से अपनी पीड़ा को लेकर आने वाले फरियादियों ने जब साहब की टोपी रखीं देखी तो कुछ आश जगी कि शायद यहीं कहीं होंगे। लेकिन साहब अब न तब, काफी देर तक इंतजार करने के बाद फरियादी अंत में अपने घरों को रवाना हो गये। लेकिन पुलिस विभाग के अधिकारियों का यह टोपी वाला कारनामा बखूबी कामयाब रहा। न बैठने की झंझट न न्याय दिलाने की माथापच्ची, बस गये और रख दी टोपी। वहीं तहसील दिवस से अपर जिलाधिकारी के अलावा अन्य कई अधिकारी भी गायब रहे। जिससे बुधवार को हुए तहसील दिवस में मामला टांय टायं फिस रहा।
तहसील सदर में 35 शिकायतों में 4 का निस्तारण
तहसील सदर में एडीएम आलोक कुमार की अध्यक्षता में होने वाला तहसील दिवस एडीएम के न आने से तहसीलदार आर पी चौधरी की अध्यक्षता में ही निबट गया। दूर दराज से आयीं शिकायतों में कुल 35 शिकायतों को ही कम्प्यूटर पर दर्ज किया गया। जिनमें भी मात्र 4 शिकायतों का ही मौके पर निस्तारण किया गया। तहसील दिवस में राजस्व विभाग की आठ, सर्वे की 1, आपूर्ति की दो, विकास की एक, पुलिस की चार के अलावा अन्य शिकायतें शामिल हैं।