AGRA: उत्तर प्रदेश में फतेहपुर सीकरी के अकोला में 15 सितंबर को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और वरुण गांधी की रैली पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। हालांकि, भाजपा ने ऐलान किया है कि रैली तय दिन और तय समय पर ही होगी। इसको लेकर प्रशासन तथा भाजपा के बीच टकराव की स्थिति बन गई है।
भाजपा का आरोप है कि आगरा में सपा कार्यकारिणी की बैठक में आए मुख्यमंत्री तथा सपा प्रमुख के दबाव में प्रशासन ने यह कदम उठाया है। प्रशासन ने देर शाम रैली पर रोक का आदेश जारी किया। आदेश में कहा गया है कि मुजफ्फनगर कांड तथा अछनेरा में मार्च को लेकर एलआईयू तथा एसएसपी ने रिपोर्ट दी है कि माहौल तनावपूर्ण है।
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ऐसे में रैली से तनाव और बढ़ सकता है। उप जिलाधिकारी सदर राजेश कुमार ने तीन सितंबर को रैली की अनुमति प्रदान की थी। उन्होंने बताया कि एलआईयू तथा एसएसपी की रिपोर्ट के बाद अनुमति रद कर दी गई है।
इसकी जानकारी होते ही भाजपा नेता राजकुमार चाहर, जिलाध्यक्ष अशोक राणा तथा महानगर अध्यक्ष नागेंद्र दुबे गामा जिलाधिकारी आवास पर पहुंच गए। उन्होंने रैली पर रोक को लेकर बातचीत की, लेकिन बात नहीं बन सकी।
इससे नाराज नेताओं ने साफ शब्दों में चेताया कि रैली उसी दिन होकर रहेगी। रैली को लेकर भाजपा नेता तथा कार्यकर्ता पिछले एक महीने से तैयारियां कर रहे हैं।
लखनऊ से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि हर हाल में रैली उसी स्थान होगी। बिना किसी उचित कारण के रोक लगाने से यह प्रतीत होता है कि सपा भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता से डर रही है। लगता है सरकार सीधे टकराव का मन बना चुकी है।
उन्होंने कहा कि आजम को खुश करने के लिए अखिलेश के इशारे पर जिला प्रशासन ने बिना किसी वाजिब कारण के रैली पर रोक लगा दी। चेताया कि अधिकारी यह न समझें कि हमेशा सपा की ही सरकार रहेगी।