लखनऊ : लोकसभा चुनाव की तैयारी में कोई कमजोरी न छोड़ने की कोशिश के तहत समाजवादी पार्टी अपने उम्मीदवारों की फिर से समीक्षा करेगी। रविवार को दो दिनी यात्रा पर लखनऊ पहुंचे राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कमजोर प्रत्याशियों को बदले जाने के संकेत दिए।
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उनका कहना था कि कई लोकसभा क्षेत्रों से प्रत्याशियों द्वारा काम न करने और सम्पर्क अभियान में ढिलाई बरतने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। बेहतर यह रहेगा कि क्षेत्र में काम नहीं करने वाले प्रत्याशी खुद ही चुनाव मैदान से हटने का आग्रह कर लें वरना समीक्षा बैठक में उनको बदलने का फैसला लिया जा सकता है। राज्य सरकार के कामकाज की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जनकल्याण की योजनाओं में दिलचस्पी लेते हुए समाज के निचले तबके तक लाभ पहुंचाने की प्रवृति अपनानी होगी। चौरासी कोसी परिक्रमा को लेकर सपा और विहिप में मिलीभगत के आरोपों को नकारते हुए उन्होंने कहा, ऐसी बेबुनियादी बातें विपक्ष की कुंठा की देन है। उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए भाजपा व बसपा पर सपा सरकार को बदनाम करने के आरोप लगाए।
संत आशाराम की गिरफ्तारी के बारे में उन्होंने कहा कि आरोप संगीन लगे हैं, जो संत समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।