नई दिल्ली: पिछले कई सालों से पाकिस्तान में शरण लेकर रह रहे सिख आतंकियों के आराम के दिन लद गए हैं, लेकिन इससे भारत की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। केंद्रीय इंटेलिजेंस एजेंसियों को मिली सूचना के मुताबिक आईएसआई ने इन आतंकी संगठनों से नेताओं से कहा है कि या तो वे भारत पर अटैक करें, या फिर यहां से चले जाएं।
आईबी ने एक नोट तैयार किया है, जिसमें आईएसआई की नई रणनीति की डीटेल्स हैं। आईएसआई भारत में एक बार फिर सिख आतंकवाद को जिंदा करने की तैयारी में है। इंग्लिश न्यूज पेपर ‘डेली मेल’ के मुताबिक इस नोट में कहा गया है, ‘आईएसआई ने सिख आतंकी संगठनों के नेताओं से साफ तौर पर कहा है कि आपको हमारे यहां रहने की कीमत चुकानी होगी। आपको भारत में एक बार फिर आतंकवाद फैलाना होगा।’
इकट्ठा की गई जानकारी बताती है कि बब्बर खालसा इंटरनैशनल के रतनदीप सिंह को आईएसआई ने इस ऑपरेशन की जिम्मेदारी सौंपी है। माना जा रहा है कि रतनदीप हाल ही में भारत आया था और उसने कुछ लोगों को भी अपने साथ जोड़ा है। नोट में कहा गया है, ‘इस वक्त रतनदीप ने पाकिस्तान में सिख नौजवानों का एक छोटा सा ग्रुप बनाया है। इन युवाओं को विस्फोटक बनाने और AK-47 जैसे हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।’
नोट में कहा गया है कि भारत में आतंक फैलाने के लिए आईएसआई ने सिख आतंकी संगठनों को लश्कर-ए-तैबा जैसे दूसरे आतंकी संगठनों से मदद दिलाने का भी भरोसा दिया है। पिछले दिनों अरेस्ट किए गए लश्कर के आतंकी अब्दुल करीम टुंडा ने भी कहा था कि आईएसआई सिख आतंकवाद को फैलाने के लिए बब्बर खालसा इंटरनैशनल की मदद कर रही है। आईबी की रिपोर्ट भी टुंडा के दावे की पुष्टि करती है। इंटेलिजेंस एजेंसियां सिख आतंकी संगठनों की ऐक्टिविटीज़ पर नजर रखे हुए है।