FARRUKHABAD : गुरुवार को बाल्मीक समाज के जाहरबीर गोगा जी महाराज मेला में सियासी सबीलें खूब सजीं नजर नहीं आयीं। भाजपा महिला मोर्चा के स्टाल पर डॉ रजनी सरीन के अलावा आगामी लोकसभा के घोषित/दावेदार प्रत्याशियो ने दूरी बना कर रखी| चर्चा रही कि टिकेट पक्की न होने के कारण नेताजी दूर रहे| वैसे हर धार्मिक कार्यक्रम में सियासी रोटियां सकने के आदी नेता बाल्मिकियो के सबसे बड़े मेले से क्यूँ दूर रहे? जबकि हजारो की भीड़ वाले इस मेले में सम्मान और सद्भाव कहीं भी कम नहीं दिखता|
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फतेहगढ़ में हुए बाल्मीक समाज के जाहरबीर गोगा जी महाराज मेले में समाजवादी पार्टी के लोकसभा क्षेत्र प्रत्याशी रामेश्वर सिंह यादव नहीं पहुच सके| बसपा की सरकार के जाते ही बसपा ने भी दूरी बना ली| बसपा प्रत्याशी ठाकुर जयवीर फर्रुखाबाद से बाहर होने के कारण नहीं आ सके| सचिन यादव और मेजर सुनील दत्त द्विवेदी लखनऊ में रहे वहीँ भाजपा से टिकेट के दावेदार मुकेश राजपूत, सुशील शाक्य, राघवेन्द्र सिंह या मिथलेश अग्रवाल कोई भी नहीं पंहुचा| अलबत्ता भाजपा महिला मोर्चा के पदाधिकारियो ने इस मौके पर बाजी मार ली| भाजपा नेत्री डा0 रजनी सरीन ने बाल्मीक भाइयों की कलाई में राखी सजाकर उन्हें अपनाया। कुछ देर के लिए सपा प्रत्याशी रामेश्वर यादव के पुत्र डॉ सुबोध यादव मेले में पहुचे थे| वर्तमान सांसद और केंद्र में कैबिनेट मंत्री सलमान खुर्शीद भी संसद सत्र होने के कारण दिल्ली में रहे| श्रीमती लुइस खुर्शीद भी दो दिन पहले ही दिल्ली वापस गयी थी|
मेला के आयोजन समिति के नगर अध्यक्ष नीरज बाल्मीकि ने बताया कि मनोज अग्रवाल और महेंद्र कटियार भी मेले में पहुचे| वैसे जाहरवीर गोगाजी के विशाल मेले में जिस सियासी चहलकदमी की उम्मीद थी वो नजर नहीं आई| हाल ही में रमजान के महीने में सियासी रोज अफ्तार और ईद मिलन जिस जोशो खरोश से हुआ वो देखने को नहीं मिला| बाल्मिकियो के सबसे करीबी नेता सदर विधायक विजय सिंह भी अगले चुनाव में ३ साल की दूरी देख नहीं पहुचे| लेकिन धार्मिक आयोजन को जोशो खरोश से मानाने वाले बाल्मिकियो ने पूरे रीति रिवाज से 84 निशान उठाकर एक रिकॉर्ड कायम किया और हर्षौल्लास ने त्यौहार मनाया| मेले में मेला कमेटी के अध्यक्ष हरिओम बाल्मीकि, नगर अध्यक्ष नीरज बाल्मीकि, रामनिवास बाल्मीकि सचिव, संजीव नगर महामंत्री और मुख्या पुरोहित राजेंद्र कुमार की मौजूदगी में मेला सकुशल सम्पन्न हो गया|
निशान को विजय पताका के रुप में सजाया जाता है। पूजन सावन के पहले दिन से शुरु हो जाता है और रक्षाबंधन के बाद तक चलता है। गोगा जी महाराज के पारंपरिक मेंले में निशानों को दरीबा पश्चिम, भीकमपुरा, बहादुरगंज तराई, रकाबगंज, बजरिया, ढ़िलावन, गढ़ी कोहना, मदारबाड़ी, खटकपुरा कादरी गेट, छावनी आदि मोहल्लों से सजा-धजाकर फतेहगढ़ कोतवाली के पास लाये। यहां से निशानों को विशेष तरह से सहकारी बैंक फतेहगढ़ के बाहर तक लाया गया। बाल्मीकि समाज के नेता श्याम बाल्मीकि ने बताया कि जाहरवीर गोगा जी महाराज के प्रति लोगों में अटूट आस्था है। निशान उठाने में किसी तरह की त्रुटि होने पर समाज के कोतवाल की पंचायत दंड तय करती है। बाल्मीकि समाज के नेता शमसेर ने बताया कि निशान उठाने में खास नियम और संयम बरते जाते हैं।
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