FARRUKHABAD : विद्युत विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को मोटे मोटे बिल तो थमा दिये जाते हैं लेकिन न तो उन्हें पूरे समय बिजली उपलब्ध करायी जा रही है और न ही जर्जर तारों से निजात दिलायी जा रही है। विद्युत विभाग का सबसे बड़ा कारनामा यह किया जा रहा है कि विभाग द्वारा विद्युत कनेक्शन तो 10 हार्स पावर के कर दिये गये और बिल भी वसूला जा रहा है, लेकिन इन कनेक्शनों पर ट्रांसफार्मर अभी भी साढ़े सात हार्सपावर के ही रखे गये हैं।
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भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपकर अवगत कराया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पुराने बिजली कनेक्शन लगभग सभी साढ़े सात हार्स पावर के हैं, उसी के हिसाब से ट्रांसफार्मर रखे गये थे। लेकिन शासन द्वारा बिजली बिल सभी 10 हार्स पावर के हिसाब से कर दिये। शासन द्वारा यह नहीं सोचा गया कि जो ट्रांसफार्मर साढ़े सात हार्सपावर के हिसाब से रखे गये हैं वह 10 हार्स पावर का मोटर कैसे चला पायेंगे। पूरी बिजली न मिल पाने से उपभोक्ताओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
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ग्रामीणों ने मांग की कि उपभोक्ताओं को पावर के अनुसार ही बिल दिये जायें, अथवा ट्रांसफार्मर बदलकर 10 हार्सपावर के हिसाब से रखे जायें। इस दौरान जिलाध्यक्ष रामबाबू यादव, राजीव कुमार, प्रमोद कुमार, ऊधन सिंह, सोनपाल, अहिलकार, कन्हैयालाल राजपूत आदि मौजूद रहे।