फर्रुखाबाद: सचिन यादव का टिकट कटने और रामेश्वर यादव को नया लोकसभा प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद अब सपा के जिला संगठन में बदलाव तय माना जा है। नए जिला अध्यक्ष पद के लिए कई दावेदार हैं। उनमें चन्द्र पाल सिंह यादव और नदीम फारूकी और पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत के नाम मुख्य हैं। इनके आलावा कई और नाम भी हैं जो जिलाध्यदक्ष बनने का ख्वाब सजाये हैं। पूर्व महानगर अध्यक्ष विश्वास गुप्ता भी अध्यक्ष बनने वालों की लाइन में बताये जाते हैं। वर्तमान जिला कार्यसमिति में सभी मंत्री नरेंद्र सिंह के विश्वास सपात्र हैं।
मंत्री नरेंद्र सिंह यादव के पुत्र सचिन यादव का टिकट कटने के बाद जिला कार्यकारिणी पर तलवार लटकती साफ नजर आ रही है। मंत्री और उनकी मंडली से असंतुष्ट नजर आ रहे सपा नेता और कार्यकर्ता अब नये घोषित प्रत्याहशी रामेश्वर यादव और उनके भाई जोगेंद्र यादव के पाले में सिमटते नजर आ रहे हैं। सोमवार को यहां पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की नब्जं टटोलने आये जोगेंद्र यादव ने जहां असंतुष्टों को पूरी तवज्जो दी वहीं वह पूर्व सांसद छोटे सिंह यादव और पूर्व विधायक सुरेश चंद्र सिंह यादव के आवास पर भी गये। इस दौरान सपा के जिलाध्य्क्ष पर ताजपोशी के लिये भी गोटें बिछायी गयीं।
वैसे तो पूर्व संबंधों के आधार पर नदीम फारूकी की दावेदारी काफी मजबूत है। परंतु पहले से ही असंतुष्ट खेमें के महानगर अध्य्क्ष पद पर महताब खां के विराजमान होने के कारण जिलाध्यक्ष पद पर भी किसी मुस्लिम के ही पदासीन होने की संभावना नहीं बचती है। इसी के चलते सक्रियता और विरोध का सबसे ऊंचा झंडा उठाये उर्मिला राजपूत की दावेदारी फिलहाल सबसे मजबूत नजर आने लगी है। पूर्व जिलाध्यक्ष चद्रपाल सिंह यादव भी नरेंद्र सिंह की ताजपोशी के बाद अपनी बर्खास्त गी से नाराज हैं और पुन: पदासीन होने की उम्मीद लगाये हैं। मंत्री विरोधियों में पैठ बनाये विश्वास गुप्ता् पार्टी से अपने लंबे जुड़ाव और परिवारीक पृष्ठमभूमि के आधार पर जिलाध्यक्ष बनने का सपना संजोये बताये जा रहे हैं।