फर्रुखाबाद: प्रदेश के हर अफसर को दस विद्यालयों के निरीक्षण का दायित्व सौंपा गया है। इस दायित्व का निर्वहन करने के साथ ही अपने निकटतम वरिष्ठ अधिकारी को निरीक्षण की रिपोर्ट भी देनी होगी। यह निर्देश बेसिक शिक्षा निदेशक बासुदेव यादव ने चार जुलाई को दिया। इस संबंध में एक पत्र बेसिक शिक्षा निदेशक कार्यालय की ओर से प्रदेश भर के मंडलीय सहायक बेसिक शिक्षा निदेशकों और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेजा गया है।
विद्यालयों में संचालित कार्यक्रमों को समयबद्धता, स्वच्छता तथा पारदर्शिता के साथ क्रियान्वित कराने के लिए विभाग ने एक बार फिर कमर कसी है। इसके तहत मंडलीय सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक से खंड शिक्षा अधिकारी स्तर तक के अधिकारी को हर सप्ताह दस विद्यालयों का निरीक्षण करना होगा। एडी बेसिक को हर हफ्ते दस विद्यालयों की जांच कर निरीक्षण आख्या बेसिक शिक्षा निदेशक, अपर बेसिक शिक्षा निदेशक, बेसिक शिक्षा सचिव और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के लिए भेजनी होगी। वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को अपनी निरीक्षण आख्या विभाग के शिक्षा निदेशक, अपर निदेशक, सचिव और मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक को भेजनी होगी। खंड शिक्षा अधिकारियों को अपनी जांच आख्या जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को देनी है।
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आकर्षक बनाएं विद्यालय कैंपस
निदेशक ने निर्देश दिया है कि विद्यालय कैंपस को आकर्षक बनाने के लिए प्रांगण की सफाई कर पौधरोपण और बागवानी की जाए। विद्यालयों से पानी की निकासी की बेहतर व्यवस्था हो और हैंडपंप चालू हालत में रहें। निदेशक ने कहा है कि अधिकारी जांच के दौरान अध्यापकों की समय से उपस्थिति के साथ-साथ उनके अध्यापन कार्य की गुणवत्ता भी जांचे। छात्रवृत्ति, पुस्तक और मिड डे मील वितरण की स्थिति की भी जांच की जाए। किसी भी स्तर पर हेडमास्टर या अध्यापक की उदासीनता पाए जाने पर कार्यवाही कर मंडल और निदेशालय स्तर पर सूचना भेजें।