FARRUKHABAD : जिलाधिकारी पवन कुमार की अध्यक्षता में हुए तहसील दिवस में सुबह से ही फरियादियों की भीड़ लगी रही। आम जनता तो दूर, जनता के प्रतिनिधि सभासदों ने भी तहसील दिवस में अपनी समस्यायें रखीं। सदर तहसील दिवस में आयीं कुल 200 शिकायतों में मात्र 12 का ही निस्तारण किया जा सका। जिससे शेष प्रार्थनापत्रों को सम्बंधित विभागों को हस्तांतरित कर दिया गया।
विदित हो कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाले तहसील दिवस में हमेशा से ही फरियादियों की भीड़ जुटना तय माना जा रहा है। लोगों का मानना है कि तहसील दिवस अब अंतिम सांसें ले रहे हैं। जिससे जिलाधिकारी की मौजूदगी में तो उनकी समस्याओं का निस्तारण हो सकता है लेकिन अन्य अधिकारी उनकी समस्याओं का निस्तारण नहीं करेंगे। लेकिन जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाले तहसील दिवस में भी पीड़ितों को लालीपाप ही लेकर लौटना पड़ा। सदर तहसील में आये कुल 200 प्रार्थनापत्रों में मात्र 12 का ही निस्तारण हो सका। जिससे अन्य पीड़ितों में मायूसी रही। पीड़ितों का मानना है कि अब उनकी समस्याओं को भ्रमित करते हुए निस्तारित दिखा दिया जायेगा लेकिन वास्तविक हल नहीं निकाला जायेगा।
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वहीं तहसील दिवस में जिलाधिकारी ने अग्निपीड़ितों को 1900- 1900 रुपये की चेकें वितरित कीं। जिनमें रामस्वरूप पुत्र सोनेलाल, रामनंदन पुत्र जदुनाथ, रामतीर्थ पुत्र जदुनाथ, जगदीश पुत्र रामनिवास, बाबूराम पुत्र जीवनलाल, रामप्रकाश पुत्र खुशी सिंह, सुशील पुत्र सुरेश, राधेश्याम पुत्र राजकुमार शामिल हैं। विदित हो कि कुटरा कालोनी में एक वर्ष पूर्व आग लग गयी थी। जिसमें अग्निपीड़ितों का लाखों का सामान जलकर राख हो गया था।