फर्रुखाबाद: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के फर्रुखाबाद में लैपटॉप वितरण के स्थल के आसपास लगे दर्जनों विशेष होर्डिंग्स कुछ अलग एहसास करा रहे थे| इन होर्डिंग्स में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यंत्री अखिलेश यादव का नाम तो छपा था मगर इस कार्यक्रम में उन्हें जाना नहीं था| बौध महोत्सव संकिसा जिसका प्रचार प्रसार ही मुख्यमंत्री के नाम पर किया था उसमे अखिलेश को जाना नहीं है ये बात ५ दिन पहले ही साफ़ हो गयी थी इसके बाबजूद रातो रात नगर और सभा स्थल के आस पास इन होर्डिंग्स का लग जाना एक नया सियासी भूचाल लाने का मूक सन्देश छोड़ रहा था|
प्रदेश के राज्य मंत्री अलोक शाक्य, सपा नेता नागेन्द्र शाक्य और टी शाक्य इस कार्यक्रम के मुख्य संयोजक है| कार्यक्रम अपने तय समय से होना है इसमें कोई बदलाब नहीं है| मगर जिसका नाम मुख्य अतिथि के रूप में प्रचारित किया गया हो और वो जिले में रहकर भी कार्यक्रम में न आये तो आयोजको की भद्द पिटना तय है| इसके बाद आयोजक राजनैतिक बदला नहीं लेंगे इसे भी नाकारा नहीं जा सकता| जब मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में नहीं जा रहे थे तब ऐसी हालात में उनके मुख्य अतिथि वाले होर्डिंग्स लगाना इस बात का इशारा है कि दाल में उबाल आना तय है|
इस सम्बन्ध में नागेन्द्र शाक्य ने बताया कि हजारो रुपये खर्च करके प्रचार सामग्री बनबाई गयी थी| इसका उपयोग तो होना ही था| जब होर्डिंग मुख्यंत्री के स्वागत के लिए बन ही गए थे तो उनके स्वागत में लगा दिए गए| उनकी कोई दुर्भावना नहीं है जिसके कारण ये लगाये गए| माननीय मुख्यमंत्री के स्वागत के रूप में इनका प्रयोग कर लिया गया|
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