लखनऊ : पूर्व माध्यमिक शिक्षा मंत्री रंगनाथ मिश्र, श्रम मंत्री बादशाह सिंह व पशुपालन मंत्री अवधपाल सिंह यादव के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति और भ्रष्टाचार के मामले में सतर्कता विभाग जल्द आरोप पत्र दाखिल करेगा। शासन में इन मामलों पर सहमति बन गयी है और अब दस्तावेजों के परीक्षण का कार्य चल रहा है। सतर्कता विभाग को आरोप पत्र दाखिल करने के लिए शासन की अनुमति का इंतजार है।
शासन स्तर पर कल हुई उच्च स्तरीय बैठक में तय किया गया कि तीनों पूर्व मंत्रियों ने पद का दुरुपयोग करते हुए भ्रष्टाचार किए, लिहाजा उनके खिलाफ अभियोग चलाया जाए। प्रमुख सचिव सतर्कता आरएम श्रीवास्तव ने बताया कि दस्तावेजों के परीक्षण का कार्य शुरू है और जो भी फैसला होगा बता दिया जायेगा। गौरतलब है सतर्कता विभाग ने 29 अप्रैल को रंगनाथ मिश्र व अवधपाल सिंह यादव व 25 अप्रैल को बादशाह सिंह के खिलाफ शासन से आरोप पत्र दाखिल करने की अनुमति मांगी थी। सतर्कता विभाग ने विवेचना में तीनों पूर्व मंत्रियों के कारनामों को उजागर करते हुए पूरी रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व माध्यमिक शिक्षा मंत्री रंगनाथ मिश्र ने अकूत सम्पत्ति बनाने में ग्राम समाज की भी जमीन नहीं छोड़ी। विधायक निधि में दुरुपयोग और मान्यता देने के नाम पर जमकर घूसखोरी की। जांच में यह पाया गया कि उन्होंने 385 प्रतिशत आय से अधिक व्यय किया। पांच वर्ष की अवधि में उन्होंने 1.57 करोड़ रुपये कमाए और 7.61 करोड़ रुपये व्यय किये। अवधपाल सिंह यादव ने पशु चिकित्सालयों के निर्माण में भ्रष्टाचार के अलावा ग्राम सभा व पट्टेदारों की जमीन पर भी कब्जा किया। बादशाह सिंह ने सरकारी जमीन पर कब्जा करने के साथ ही विभाग में पद का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार किया। अब जांच एजेंसी इनके खिलाफ कार्रवाई में जुट गयी है।