फर्रुखाबाद: जाकिर हुसैन ट्रस्ट की ओर से मंगलवार को कालीन बुनाई समूहों की महिलाओं को मुर्गी वितरण का कार्यक्रम रखा गया था। मऊदरवाजा स्थित जाकिर हुसैन ट्रस्ट से मुर्गी वितरण की सूचना मिलते ही स्थानीय महिलाओं का भी अच्छा खासा जमावड़ा वहां लग गया। मुर्गियां दिलाये जाने की मांग कर रहीं महिलाओं ने वितरण में लगीं इनाबेल को घेर लिया। ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने जैसे तैसे महिलाओं को बुधवार को आकर फार्म भरने के बाद ही मुर्गी वितरण करने का आश्वासन देकर टरखाया।
विदित है कि मंगलगवार को मऊदरवाजा स्थित जाकिर हुसैन ट्रस्ट से मुर्गी वितरण का कार्यक्रम था। कालीन बुनाई समूहों की महिलाओं को मुर्गी वितरण किया जाना था। लगभग एक सैकड़ा महिलाओं को 5-5 मुर्गियां वितरित की गयीं। इसी बीच आस-पास के क्षेत्र में मुफ्त में मुर्गियां मिलने की सूचना फैली तो काफी संख्या में महिलायें वहां जमा हो गयीं। अचानक पहुंची महिलाओं ने वितरण में लगीं लुइस खुर्शीद की बहन इनाबेल को घेर कर मुर्गियां दिये जाने की मांग शुरू कर दी। परंतु ट्रस्ट कर्मियों ने महिलाओं को समझा बुझा कर जैसे तैसे वापस किया। उनको बताया गया कि यह कालीन बुनाई सीखने वाली महिलाओं के समूहों को ही दी जा सकती हैं। बुधवार को आकर फार्म भरने के बाद ही उनको मुर्गियां मिल सकती हैं।
बताया गया कि यह मुर्गियां सामान्य देशी मुर्गियों से काफी बेहतर प्रजाति की हैं। देशी मुर्गियों की अपेक्षा दो गुने अंडे देने के अतिरिक्त इनका वजन भी जल्दी बढ़ता है। हर तरह की जलवायु में रहने की क्षमता के अतिरिक्त इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी देशी मुर्गियों से बेहतर है। कालीन बुनाई सीख रही महिलाओं को प्रोतसाहन के तौर पर यह मुर्गियां महिलाओं को दी गयी हैं।