लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के संचालित जूनियर हाईस्कूलों में विज्ञान व गणित विषयों के शिक्षकों की कमी शीघ्र दूर हो सकेगी। जूनियर हाईस्कूलों में विज्ञान व गणित के शिक्षकों के रिक्त पदों पर 29,333 शिक्षकों की भर्ती की जानी है। यह पहला मौका होगा जब परिषदीय जूनियर हाईस्कूलों में शिक्षकों की सीधी भर्ती होगी।
प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के संचालित 1.14 लाख प्राथमिक और तकरीबन 46,000 जूनियर हाईस्कूल हैं। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति सीधी भर्ती से होती है जबकि जूनियर हाईस्कूलों में अध्यापकों के शत-प्रतिशत पद अब तक प्रोन्नति से भरे जाते थे। अब तक प्रचलित व्यवस्था के तहत प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त हुए शिक्षकों को तीन साल की सेवा पूरी करने पर प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक या जूनियर हाईस्कूल में सहायक अध्यापक के पद पर प्रोन्नत किया जाता था। परिषदीय जूनियर हाईस्कूलों में लंबे समय से विज्ञान और गणित विषयों के शिक्षकों की कमी बनी हुई है।
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शासन ने बीते वर्ष बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली, 1981 में संशोधन करके जूनियर हाईस्कूलों में विज्ञान व गणित शिक्षकों के 50 प्रतिशत पद सीधी भर्ती से भरने का फैसला किया। जूनियर हाईस्कूल में विज्ञान व गणित शिक्षक के 58,666 पद रिक्त हैं। जूनियर हाईस्कूलों में विज्ञान व गणित अध्यापक के 50 प्रतिशत यानी 29,333 रिक्त पदों पर शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार के मुताबिक यह भर्ती प्रक्रिया को दो से तीन महीने में पूरी करने की योजना है।
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परिषदीय जूनियर हाईस्कूलों में गणित व विज्ञान शिक्षकों के 50 प्रतिशत सीधी भर्ती के पदों पर टीईटी/सीटीईटी उत्तीर्ण बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों के अलावा बीएड/ बीएड (विशेष शिक्षा)/ डीएड (विशेष शिक्षा) डिग्रीधारक भी नियुक्त किये जा सकेंगे। इस संबंध में उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 में संशोधन किया जा चुका है। नवंबर 2011 में जूनियर हाईस्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए राज्य सरकार की ओर से आयोजित टीईटी में 2,64,928 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं।