फर्रुखाबाद: राशन कार्डो के नवीनीकरण के लिए सर्वे का काम नगर क्षेत्र में शुरू होने से पहले ही लटक गया है| शिक्षक संघ और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले नगर क्षेत्र के शिक्षको ने राशन कार्ड के लिए सर्वे करने से इनकार कर दिया है| इस आशय का पत्र आज दोनों संघो ने कई अध्यापको के साथ जिला पूर्ति अधिकारी को सौपा| सौपे गए ज्ञापन में लिखा गया है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत अध्यापक शैक्षिक कार्यो के अतिरिक्त अन्य कामो के लिए बाध्य नहीं है|
शैक्षिक महासंघ के जिला अध्यक्ष संजय तिवारी और उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विजय बहादुर यादव ने कई अध्यापको के साथ अपने अपने संगठन से सम्बन्धित अध्यापको की हस्ताक्षरित सूची जिला पूर्ति अधिकारी को सौपी| इस पत्र में कहा गया है कि नगर क्षेत्र में अध्यापको की ड्यूटी राशन कार्ड के सर्वे के लिए लगायी गयी है| वर्तमान में वार्षिक परीक्षा चल रही है, इसके बाद घर घर जाकर बच्चो का नामांकन करना है| सर्व शिक्षा अभियान की सभी योजनाओ के कार्यक्रम इसी माह में सम्पन्न कराने है| अध्यापको को जबरिया ड्यूटी के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता इसके लिए ज्ञापन में बताया गया है कि- “अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षको को शिक्षिक ड्यूटी के अतिरिक्त अन्य कामो के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता”|
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पत्र में कहा गया है कि वर्तमान में शिक्षको की ड्यूटी जनसंख्या रजिस्टर बनाने का भी काम चल रहा है| ऐसी स्थिति में नगर क्षेत्र के शिक्षक राशन कार्ड सर्वे का काम नहीं करेंगे| ज्ञापन पर नगर क्षेत्र के अधिकांश अध्यापको द्वारा हस्ताक्षर किये गए है|
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नगर क्षेत्रो में अध्यापको द्वारा राशन कार्डो के सर्वे से इनकार करने के बाद नया संकट खड़ा हो गया है| अगर शिक्षक नहीं माने तो अब विभाग को नए सिरे से सरकारी कर्मचारी तलाशने पड़ेंगे|