नई दिल्ली: यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन दे रही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधा है, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तारीफ करके सबको चौंका दिया है। मुलायम ने बुधवार को अंदेशा जाहिर किया कि केंद्र सरकार उन्हें सीबीआई के जरिए जेल भिजवा सकती है। इसके पहले मुलायम ने कांग्रेस को धोखेबाज करार दिया था। वहीं उन्होंने कुछ दिन पहले बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की भी तारीफ की थी। साथ ही पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा था कि एनडीए सरकार यूपीए से बेहतर थी। मुलायम भी नवंबर में लोकसभा चुनाव होने के दावे कर रहे हैं, तो आडवाणी ने भी कहा है कि आम चुनाव वक्त से पहले नवंबर में हो सकते हैं। आडवाणी और मुलायम के इन बयानों पर तमाम सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं।
लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत में मुलायम ने कहा कि सरकार के हजारों हाथ होते हैं। वह सीबीआई का दुरुपयोग करते हुए उन्हें जेल भिजवा सकती है।
मुलायम सिंह यादव ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी कोई मामूली इंसान नहीं थे, वह बड़े नेता थे। भले ही जनसंघ के थे, लेकिन वह देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़े। आजादी के लिए उनकी शानदार भूमिका रही। लोहिया और जयप्रकाश जी की भी शानदार भूमिका रही। एक तरफ जहां मुलायम हिन्दुत्व के बड़े पैरोकारों में एक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की तारीफ कर रहे थे तो दूसरी ओर बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने चित्रकूट में यूपी बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में राम मनोहर लोहिया की तारीफ की। आडवाणी ने कहा कि लोहिया जनसंघ की राष्ट्रवादी नीतियों के पक्ष में थे। इस पर जब मुलायम सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आडवाणी जी ने लोहिया की तारीफ की है, तो इसमें क्या गलत है। मुलायम ने कहा कि हर पार्टी में अच्छे नेता हैं और उनकी तारीफ करना गलत नहीं है।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि मुलायम ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि 2014 के आम चुनाव के बाद जब कोई ऐसी राजनीतिक स्थिति बने जिसमें उन्हें बीजेपी से समर्थन लेना या देना पड़े तो उन्हें किसी हिचक का सामना नहीं करना पड़े।
उधर, मुलायम सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले केंद्रीय मंत्री बेनीप्रसाद वर्मा बुधवार को सीजफायर के मूड में दिखे। पत्रकारों ने जब उनसे मुलायम सिंह के बारे में सवाल पूछना चाहा तो उनका जवाब था, ‘उधर से सीजफायर है तो इधर से भी सीजफायर है।’