फर्रुखाबाद: कोतवाली मोहम्मदाबाद क्षेत्र के बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा भ्रमण के लिए अपने सहयोगियों के साथ आयी 63 वर्षीय महिला श्रीलंका की बौद्ध भिक्षु की अचानक तबियत बिगड़ने पर उसे लोहिया अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।
अपने 20 दिवसीय बौद्ध तीर्थ स्थलों के भ्रमण कार्यक्रम पर श्रीलंका से संकिसा दोपहर 2 बजे पहुंचीं 63 वर्षीय महिला बौद्ध भन्ते सीलमाता देहियतत काण्डिये प्रज्ञासीलि निवासी सिलमथावा श्रीलंका की अचानक तबियत खराब हो गयी। उन्हें संकिसा स्थित मैत्री बुद्ध बिहार चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां हालत ज्यादा गंभीर होने पर तकरीबन 8 बजे महिला भन्ते को लोहिया अस्पताल भिजवाया गया। जहां आपातकालीन चिकित्सालय में तैनात डा0 प्रदीप कुमार ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। महिला भन्ते की मौत के बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गयी। सूचना पर पहुंचे शहर कोतवाल रूम सिंह यादव ने महिला भन्ते के अन्य साथियों व अनुयायियों से पूछताछ की। महिला भन्ते के साथी अनुयायी लेनागाला श्रीनाई वासा थेरो ने बताया कि वह लोग 20 दिन के भ्रमण पर भारत आये थे। जहां से श्रावस्ती, बोधगया होते हुए बनारस पहुंचे। बनारस से बस द्वारा दोपहर दो बजे संकिसा आये। जहां संकिसा बौद्ध स्थल के दर्शन करने के बाद वापस बनारस लौटना था। बनारस पहुंचने के बाद सभी लोग श्रीलंका वापस चले जाते। परन्तु महिला बौद्ध भिक्षु का देहान्त हो जाने के कारण उनका कल घटियाघाट स्थित गंगा तट पर बौद्ध रीति रिवाज से अंतिम संस्कार करने के पश्चात रवाना होंगे।
महिला भन्ते की मौत की सूचना पर पहुंचे शहर कोतवाल रूम सिंह यादव ने बताया कि उनके साथी बौद्ध भिक्षु लेना गाला श्रीनाई वासा थेरो पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते हैं परन्तु मामला विदेशी होने का है। इसलिए महिला भिक्षु का पोस्टमार्टम कराया जायेगा।