भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने इस साल मार्च के पहले 14,000 करोड़ रूपए सेल्स टैक्स वसूली का लक्ष्य रखा है। लेकिन शिवराज के राज में विभाग के अफ़सर घूस के लक्ष्य को पूरा करने में मशगूल हैं। भोपाल में शनिवार को दो लाख रूपए की घूस लेते रंगे हाथो पकड़े गये डिप्टी कमिश्नर सेल्स टैक्स के कारनामे यही कहानी बयां कर रहे हैं। भोपाल में सेल्स टैक्स विभाग में तैनात डिप्टी कमिश्नर प्रदीप कुमार सिंह 1988 से सेल्स टैक्स विभाग की सेवा कर रहे हैं। लेकिन इस सेवा से जनाब ने कितना मेवा कमाया है इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब सिंह बिट्टन मार्केट में अपने दफ्तर में दो लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए। एक हज़ार रूपए की एक और पांच सौ रूपए की दो चमचमाती गड्डियां बतौर घूस ली गई थीं। अवैध वसूली को लेकर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने जाल बुना था जिसमें डिप्टी कमिश्नर फंस गए।
बताया जा रहा है कि सेल्स टैक्स विभाग के आला अफ़सरों ने ब्यूरो की तरह डिप्टी कमिश्नर को भी मोबाइल चैकिंग के अधिकार दे दिये थे। इसी अधिकार का बेजा इस्तेमाल करते हुये उन ट्रांसपोर्टरों को परेशान किया जा रहा था जो घूस नहीं दे रहे थे। लोकायुक्त पुलिस ने सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मामला दर्ज कर लिया है। प्रदीप कुमार सिंह को कम से कम 65,000 रूपए की मासिक पगार मिलती है। घूस लेते पकड़े जाने के बाद सिंह की तमाम चल अचल संपत्तियों की जांच की जा रही है।
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