FARRUKHABAD : जनपद में चोरी, हत्या, लूट, राहजनी की घटनायें चाहे कितनी भी बढ़ जायें लेकिन पुलिस की कार्यप्रणाली पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। यही बजह है कि पुलिस हत्या, लूट व चोरी के मामलों का खुलासा तो दूर उन्हें कमाई का जरिया बनाने में जुटी है। बीते दिनों कमालगंज में हुई पूर्व प्रधान सोनिया किन्नर के घर से लाखों की चोरी के मामले में किन्नरों ने नग्न प्रदर्शन से लेकर पुलिस को चूड़ी पहनाने तक की धमकी दे दी लेकिन पुलिस अधिकारियों की प्रतिक्रिया ढाक के तीन पात ही साबित हो रही है।
[bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”11″]
बीते चार दिनों से किन्नरों द्वारा किये जा रहे प्रदर्शन व आमरण अनशन को समाप्त करवाने के लिए मंगलवार को एडीएम कमलेश व कुमार व अपर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह अनशन स्थल डीएसओ कार्यालय के सामने किन्नरों के पास पहुंचे। जहां पर किन्नरों ने पहले तो प्रशासन से साफ लहजे में कह दिया कि वह तब तक अनशन समाप्त नहीं करेंगे जब तक प्रशासन उन्हें लिखित रूप से चोरी का खुलासा करने की बात को नहीं दे देता। लेकिन काफी समझाने बुझाने पर किन्नर इस बात पर राजी हो गये कि सोनिया किन्नर को दो पुलिस के सिपाही सुरक्षा हेतु दिये जायेंगे। इसके साथ ही चोरी का आठ दिन के अंदर हर हाल में खुलासा कर दिया जायेगा।
अब कमालगंज थाने से प्रति दिन दो सिपाही सोनिया किन्नर व उसके घर की रखवाली के लिए तैनात किये जायेंगे। अब अगर पुलिस को हर चोरी के खुलासे तक के लिए चोरी से पीड़ित व्यक्ति व उसके घर की रखवाली के लिए दो दो सिपाही तैनात कर दिये जायें तो बाकी जनपद की सुरक्षा व्यवस्था के लिए शायद महकमा ही कम पड़ जाये। अब देखना यह है कि पुलिस द्वारा दिये गये समय सीमा में चोरी का खुलासा हो पाता है या नहीं।