लखनऊ : प्रतापगढ़ के बलीपुर गांव में यादव बंधु और सीओ कुंडा जियाउल हक की हत्या की जांच कर रही सीबीआइ ने गांव वालों से दोस्ताना पहल की है। सीबीआइ ने गांव छोड़कर फरार हो गये पुरुषों से वापस लौटने का अनुरोध किया है। साथ ही भरोसा दिया है कि सीबीआइ किसी का उत्पीड़न नहीं करेगी और जो शख्स सूचना देगा उसकी पहचान छुपाकर रखी जायेगी।
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सीबीआइ की पुरुषों से वापस लौटने की अपील
बलीपुर के तिहरे हत्याकांड में कुंडा विधायक और पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी जांच के दायरे में हैं। उन पर सीओ कुंडा की हत्या के षड्यंत्र का मुकदमा है। कुंडा क्षेत्र में सीबीआइ को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ा। एक तरफ तो अभियुक्तों के घर-परिवार के लोग फरार हो गये हैं, दूसरी तरफ पूरे गांव के पुरुष वर्ग का पता नहीं है। जो लोग सीबीआइ को मिले भी, वह राजा भैया के बारे में अपनी जुबान नहीं खोल रहे हैं। गांव के सन्नाटे में साक्ष्य व गवाहों की तलाश कर रही सीबीआइ को कुछ सूझ नहीं रहा है। ऐसे में रविवार को सीबीआइ ने अपील जारी कर ग्रामीणों से सहयोग मांगा है।
– दिया पहचान छुपाने का भरोसा
– राजा भैया के खिलाफ नहीं खुल रही जुबान
सीबीआइ ने कहा है कि अगर कोई भी व्यक्ति सहयोग करना चाहता या कोई भी जानकारी देना चाहता है तो कुंडा के नगर पंचायत में सीबीआइ के कैंप कार्यालय में आकर सूचना दे सकता है। सीबीआइ ने 05341-230006 नंबर पर सम्पर्क व फैक्स करने या इमेल पर अपनी सूचना भेजने को कहा है। सीबीआइ ने अपनी इमेल आइडी ‘एसपीएससीयू1डीइएल एटडीरेट सीबीआइ डाट जीओवी डाट इन’ भी दी है। सीबीआइ का कहना है कि निष्पक्ष जांच के लिए लोगों का सहयोग जरूरी है।