FARRUKHABAD : मेला रामनगरिया में सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया। सर्व धर्म सम्मेलन में अध्यक्षता करते हुए एसडीएम सदर ने कहा कि सभी धर्म समान हैं, कोई भी धर्म छोटा या बड़ा नहीं है, जिससे हम लोगों को किसी भी धर्म की आलोचना नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई चाहे कोई भी धर्म हो हमें सभी धर्मों से एक ही शिक्षा प्राप्त होती है। सभी का मतलब एक समान है। सम्मेलन में पण्डित अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ ने कहा कि धर्म का मतलब यह नहीं कि आपस में बैर करो। धर्म से जुड़े इन्सान समान होते हैं चाहे वह हिन्दू हों, मुसलमान हों या ईसाई हों।
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पादरी किशन मसीह ने कहा कि बाइविल में प्रभु यह नहीं कहते कि आपस में लड़ो। सभी मिलजुल कर रहो। सभी धर्म समान हैं। भन्ते नागरतन ने कहा कि नेता वोट के लिए धर्म का प्रयोग करते हैं और उन्हें सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता रहती है। वह जातिवाद व धर्म को आगे लाकर इन्सानों को आपस में लड़वाता है। उन्होंने कहा कि इन्सान को धर्म के अनुसार नहीं वल्कि अपनी सोच के अनुसार हर एक कार्य करना चाहिए।