LUCKNOW:बजट सत्र के पहले दिन विधानमंडल के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में आज राज्यपाल ने जैसे ही अभिभाषण शुरू किया, बसपा के सदन की सारी मर्यादा तार-तार करते हुए न सिर्फ अभिभाषण का विरोध किया, बल्कि राज्यपाल पर कागज के गोले भी फेंके। बसपा के सदस्यों ने झंडे, बैनर लहराते हुए कानून व्यवस्था और कुंभ हादसे को लेकर सरकार का जमकर विरोध किया। इस विरोध में भाजपा व अन्य विपक्षी दलों के विरोध की आवाज दबकर रह गई। इस बीच सदन की कार्यवाही भारी हंगामे के बीच स्थगित कर दी गई है।
इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री आजम खां ने बसपा पर चिल्लाते नजर आए। वह कह रहे थे कि बसपा की सरकार गुंडो की थी, गुंडो की सरकार चली गई। उधर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री अम्बिका चौधरी का कहना है कि सरकार विपक्ष के इस विरोध से परेशान नहीं है। हम उनके सवालों का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। लेकिन सिर्फ विरोध के लिए विरोध करना उचित नहीं है। व़ैसे तो पहले से उम्मीद थी कि यूपी सरकार का बजट सेशन खासा हंगामेदार होगा।
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प्रमुख विपक्षी दल बसपा ने जहां कानून व्यवस्था, गन्ना किसानों के बकाया भुगतान और धान खरीद की अव्यवस्था को अपना हथियार बनाया है, वहीं भाजपा, कांग्रेस और रालोद भी कुछ इन्हीं मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश में हैं। सदन में कुंभ हादसा छाये रहने की उम्मीद की जा रही है।