लखनऊ. एक तरफ यूपी सरकार बजट सेशन के फौरन बाद प्रदेश के इंटरमीडिएट पास छात्रों को लैपटॉप बांटना शुरू कर देगी लेकिन हाईस्कूल के छात्र अभी अपने सीनियर्स की तरह खुशनसीब नहीं है। उन्हें टैबलेट के उपहार के लिए कुछ समय और इंतजार करना पड़ेगा। कम से कम इतना तो तय ही है कि इस वित्तीय वर्ष में टैबलेट उनके हाथ नहीं आएगा। व़ैसे बात अगर सुविधाओं की करें तो सरकार के एक वरिष्ठ अफसरा का दावा है कि जो शर्तें रखी गई हैं उनके हिसाब से यूपी के हाईस्कूल पास छात्रों को जो टैबलेट दिया जाएगा, वह केंद्र सरकार के आकाश से कहीं ज्यादा बेहतर होगा और एप्पल के टैबलेट को भी टक्कर देने में सक्षम होगा। लेकिन यूपी सरकार अभी टैबलेट की टेक्निकल बिड में ही व्यस्त है और टैबलेट का परीक्षण चल रहा है। परीक्षण में जिस कंपनी का टैबलेट सफल रहेगा, उसे फाइनेंशियल बिड में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। उसके बाद ही टैबलेट कौन सी कंपनी बांटेगी ये तय होगा।
सिर्फ राजधानी लखनऊ की बात करें तो यहां के हाईस्कूल पास 71,000 स्टूडेंट्स को टैबलेट दिए जाने हैं, ये लिस्ट तैयार की जा चुकी है। वहीं पूरे प्रदेश में 26 लाख 62 हजार टैब बांटे जाने हैं। यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के एमडी प्रभात मित्तल का कहना है कि टैबलेट का फाइनेंशियल बिड अभी ओपेन नहीं हुई है। टेक्निकल बिड ओपेन हो चुकी है और उसकी टेस्टिंग चल रही है। टेस्टिंग रिपोर्ट आते ही फाइनेंशियल बिड को ओपेन किया जाएगा।
टैबलेट की सप्लाई के लिए एचपी इंडिया, एचसीएल इंफोसिस और एसर ने टेक्निकल बिड में हिस्सा लिया। टेक्निकल बिड ओपेन हो चुकी है, इसमें सैंपल के तौर पर जमा किये गये टैब की टेस्टिंग हो रही है। यूपी इलेक्ट्रानिक्स के एक अधिकारी के अनुसार टेस्टिंग के लिए जमा किये गये टैब को दिल्ली भेजा गया है, जहां टेस्टिंग पूरी होने में कम से कम 40 दिन लगने हैं। मार्च तक ही टेस्टिंग रिपोर्ट आ सकेगी। उसके बाद फाइनेंशियल बिड ओपेन होगी। जाहिर है इस पूरे प्रोसेस में एक महीने से ज्यादा का समय लग सकता है।
उन्होंने बताया कि टैबलेट लेटेस्ट टेक्नॉलॉजी का ही होगा। टेस्टिंग में इस टैब की बर्न टेस्टिंग, कोल्ड बेस टेस्टिंग के साथ वाटर प्रूफ की टेस्टिंग की जा रही है। ऐसे में अगर किसी कंपनी का टैबलेट एक भी शर्त पूरी नहीं करता मिला तो वह कंपनी ही सीधे फाइनेंशियल बिड से बाहर हो जाएगी।
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उन्होंने बताया कि टेक्नोलॉजी के लिहाज से सरकार की उम्मीदों के हिसाब से आईआईटी कानपुर ने जो शर्तें रखी हैं, उनमें टैबलेट का एंड्राएड 4.0 आईसीएस या उससे बेहतर विंडोज आपरेटिंग सिस्टम बेस होगा। 9.7 इंच की स्क्रीन के साथ हायर कैपिसिटी एलसीडी होगी। टैब में फ्रंट में वीजेए कैमरा और रेयर कैमरा 2 मेगा पिक्सल का होगा।
लैपटाप की तरह टैब में भी हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू भाषाओं में काम किया जाना संभव होगा। टेंडर के अनुसार इंग्लिश के साथ-साथ हिंदी और उर्दू में भी टैब काम कर सकेगा। टैब में वर्चुअल की बोर्ड के साथ-साथ एडिशनल की बोर्ड भी जोड़ा जा सकेगा। ऐसा टैबलेट में पहली बार किया जा रहा है। इससे पहले टैब में सिर्फ वर्चुअल की बोर्ड का ही यूज होता था।
टैबलेट की प्रमुख खासियतें इस प्रकार हैं-
1) एंड्रायड 4.0 या विंडोज ओएस का आपरेटिंग सिस्टम
2) 9.7 इंच डायगनल साइज डिस्प्ले
3) फ्रंट वीजेए बैक 2 मेगा पिक्सल कैमरा
4) 8 जीबी इंटरनल मेमोरी, 32 जीबी एक्सपेंडेबल मेमोरी एसडी कार्ड
5) मोनो आडियो स्टीरियो प्रिफ्रेबिल
6) कोर्टेक्स ए8, मल्टी कोर इंटल प्रोसेसर
5) 1 जीबी डीडीआर 3 रैम
6) थ्री जी सपोर्ट
7) 15 मीटर विथ 1 एमबी पीएस स्पीड की वाईफाई रेंज
8) यूएसबी आर माइक्रो यूएसबी टू यूएसबी केबिल, 1 माइक्रो यूएसबी,
जीपीआरएस, सिम कार्ड स्लॉट, 1 माइक्रो एसडी कार्ड स्लॉट
9) 4000 एमएएच, मिनिमम 6 घंटे के बैकअप की बैटरी
10) स्टैंडर्ड ब्लूटूथ 2.0 या हायर
11) एक साल की शत प्रतिशत कॉ्म्प्रिहेंसिव वारंटी