फर्रुखाबाद: भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले सातनपुर मण्डी में शीतगृह मालिकों द्वारा एक पक्षीय मनमाने ढंग से शीतगृह भाड़ा वसूली को लेकर किसानों ने आखिर मोर्चा खोलने का फैसला कर लिया। संगठन ने चेतावनी दी कि अगर शीतगृह मालिक अपना बढ़ा किराया वापस नहीं लेते हैं तो 20 फरवरी को किसान आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
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भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के जिलाध्यक्ष अरविंद सिंह शाक्य की अध्यक्षता में आयोजित की गयी बैठक में कहा गया कि प्रदेश सरकार से तत्काल हस्तक्षेप कर भण्डारण शुल्क नियमावली में संशोधन कर शुल्क निर्धारण का अधिकार शीतगृह मालिकों से वापस लेकर शासन को उचित शुल्क घोषित करना चाहिए। शीतगृह मालिक एक पक्षीय मनमाने ढंग से 20 रुपये प्रति कुन्तल भाड़ा की वृद्वि कर रहे हैं। संगठन ने प्रशासन व कोल्ड मालिकों को चेतावनी दी कि अगर 20 फरवरी तक कोल्ड मालिक या प्रशासन द्वारा कोई उचित कदम किसानों के हित में नहीं उठाया गया तो संगठन आंदोलन करने पर मजबूर होगा। इसके अलावा आलू के न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करने, चीनी मिल में घटतौली, छोटे किसानों को पर्ची न भेजने जैसे आदि मुद्दों पर भी बैठक में चर्चा हुई। कार्यक्रम में संगठन के विधिक सलाहकार अशोक कटियार, सुधीर कुमार शुक्ला, आलू आढ़ती नेता सतीश वर्मा, संगठन के महासचिव लक्ष्मीशंकर जोशी, डा0 रामविलास शाक्य, रामविलास राजपूत, विजय सिंह शाक्य, बीरपाल यादव आदि मौजूद रहे।