फर्रुखाबाद: बीते दिनों कन्नौज कोतवाली क्षेत्र में 10 वर्षीय बालक को घूमते समय पुलिस ने पकड़कर कोतवाली फतेहगढ़ पुलिस के हवाले किया था। पुलिस को अपना नाम पता सही न बता पाने से बालक को बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एम एस सिद्दीकी को सौंप दिया गया था। शुक्रवार को बालक के परिजनों ने एमएस सिद्दीकी के पास पहुंचकर सोनू को अपने घर ले गये।
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बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एस एस सिद्दीकी के अनुसार सोनू को जिस समय 19 जनवरी को पुलिस ने उन्हें सौंपा था उस समय वह अपना नाम पता इत्यादि सही बताने में समर्थ नहीं था। लेकिन कुछ समय बाद बालक की मनोस्थिति ठीक हो जाने पर उसने अपने गांव व जिले का नाम सही बता दिया था। बालक ने बताया था कि वह मध्यप्रदेश के जनपद छत्तरपुर के ग्राम भरतपुर घमौरा का रहने वाला है। जिस पर एम एस सिद्दीकी ने छतरपुर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र के माध्यम से सूचित किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के लेटर के आधार पर ग्राम भरतपुर घमौरा में सूचना दी गयी। सूचना पर बालक सोनू के भाई महेश व पुलिस आरक्षी सोहनलाल उसे लेने आये व बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डा0 एम एस सिद्दीकी से सम्पर्क किया। जहांन उन्होंने बताया कि बालक का नाम सोनू पुत्र आशत है। जिसकी मां का नाम सियाबाई है। बालक घर पर किसी से झगड़ा हो जाने के बाद सिर में डन्डा मार देने से क्षुब्ध होकर भागा था। वहीं सिर में डन्डा लग जाने से बालक की मनोस्थिति भी सामान्य नहीं रही थी। जिससे पहले भी वह एक बार घर से भाग चुका है।
जांच पड़ताल के बाद डा0 एम एस सिद्दीकी ने सोनू के भाई महेश व आरक्षी सोहनलाल को सोनू को सौंप दिया। जहां से सोनू को उसके परिजन घर ले गये।