सड़कों पर अधिकतर वाहन यातायात नियमों को ठेंगा दिखा कर सड़कों पर बेखौफ दौड़ रहे हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन इस पर शिकंजा कसने में नाकाम साबित हो रहा है।
ओवर लोडिंग बदस्तूर जारी
हालत यह है कि सरकारी व निजी बसों पर ओवर लोडिंग बददस्तूर जारी है। ओवर लोडिंग को लेकर इतने हादसे हो रहे हैं, लेकिन चालक व परिचालक इनसे सबक नहीं ले रहे हैं। निजी बसों में लगे प्रेशर हॉरन समस्या को और बढ़ा दे रहे हैं। ओवर लोडिड बसें इतनी तेज रफ्तार से दौड़ती हैं कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
नाबालिग चला रहे वाहन
सही नहीं दोपहिया वाहनों पर दो सवारियां बिठाना अधिकृत है, लेकिन यहां तीन-तीन सवारियां बिठा कर दोपहिया वाहन दौड़ रहे हैं और वह भी बिना हैल्मेट के।
ज्यादातर दोपहिया वाहन नाबालिग बच्चे चलाते हैं। उनके पास न तो हैल्मेट होता है और न ही ड्राइविंग लाइसेंस। कई बार छुटपुट दुर्घटनाएं भी हुई, लेकिन अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों की गलती देख उन्हें दबा देते हैं। यदि इस पर शिकंजा न कसा तो कोई भी बड़ी घटना घट सकती है।