फर्रुखाबाद: जनपद देवरिया के सचौर चौराहा थाना लाल रोड निवासी एक महिला अपने बच्चे के साथ पति से मिलने जा रही थी। उसी दौरान लखनऊ स्टेशन पर एक व्यक्ति ने उसे गुमराह कर बेच दिया। सूचना मिलने पर मोहम्मदाबाद पुलिस ने कोतवाली क्षेत्र से महिला को बरामद कर महिला थाना भेजा है।
जानकारी के मुताबिक देवरिया के सचौर चौराहा निवासी जैलेन्द्र मिश्रा सूरत में पानी के जहाज के कारखाने में काम करते हैं। उनका विवाह जनपद देवरिया के पुरैना चौराहा सलेमपुर निवासी बैकुन्ठ दुबे की पुत्री रंजना मिश्रा के साथ हुआ था। जिसके एक चार साल की बच्ची भी है। रंजना देवरिया से कई बार अपने पति से मिलने ट्रेन द्वारा जा चुकी है। तकरीबन चार सप्ताह पहले रंजना अपनी चार साल की पुत्री के साथ गोरखपुर से ट्रेन द्वारा सूरत के लिए निकली। उसने बताया कि ट्रेन में अधिक भीड़ होने के चक्कर में वह लखनऊ जंक्सन पर उतर गयी। उसके पास गोरखपुर तक जाने की टिकट थी। तभी वहां उसकी बच्ची बिस्किट लेने की जिद करने लगी तो पास में खड़ा थाना कमालगंज क्षेत्र का निवासी लाला उर्फ ललैया ने रंजना को बहला फुसला कर बिस्कुट लाकर उसके बच्चे को खिलाया और उसे ट्रेन के अलावा किसी प्राइवेट वाहन से दिल्ली तक छोड़ने की बात कही। रंजना लाला की बात में इस कदर फंस गयी कि लाला उसे लेकर अपने घर कमालगंज आ गया। जहां वह आठ दिनों तक रंजना को अपने घर पर रखे रहा। इस दौरान उसने कई बार चलने की बात कही तो लाला ने बहाना बना दिया।
आखिर आठ दिन बाद लाला ने मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के ग्राम जमुनापुर निवासी संतोष को बुलाया और रंजना से कहा कि यह उसका जीजा है जो दिल्ली तक उसे छोड़ देगा। रंजना अपनी बच्ची को लेकर संतोष के साथ चल दी। जहां से संतोष उसे अपने गांव ले आया। तकरीबन बीस दिन तक रंजना उसके गांव जमुनापुर रही जहां उसे संतोष ने बताया कि उसको बीस हजार रुपये में लाला से खरीदा गया है। इस बात की जानकारी रंजना ने गांव की ही एक महिला के माध्यम से पुलिस तक पहुंचायी। मौके पर पहुंची पुलिस ने रंजना को संतोष के घर से बरामद कर लिया और उसे बच्ची सहित महिला थाना भेज दिया।
इस सम्बंध में महिला थानाध्यक्ष सुभद्रा वर्मा ने बताया कि मामले की जानकारी मोहम्मदाबाद कोतवाली द्वारा महिला रंजना के पिता बैकुण्ठ दुबे को भेज दी गयी है। परिजनों के आने पर ही आरोपियों पर कार्यवाही की जायेगी।