कायमगंज (फर्रुखाबाद) : जहां एक ओर शासन प्रशासन की तरफ से पट्टे की भूमि पर कब्जा इत्यादि दिलाकर गांवों में होने वाले आम झगड़ों को कम करने का प्रयास किया जा रहा है वहीं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा शमशान की भूमि का पट्टा कर दिये जाने से कायमगंज क्षेत्र के इनायतपुर में प्रशासन ने स्वत: ही विवाद खड़ा कर दिया। विवाद उस समय ज्यादा गहरा गया जब पट्टेदार को शमशान की भूमि पर कब्जा दिलाने की बात सामने आयी। कब्जे के दौरान विवाद की स्थिति में जब कोतवाली में बुलाकर एक दर्जन लोगों का पुलिस ने शांतिभंग में चालान कर दिया तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा । इनायत नगर की दो सैकडा से अधिक पुरूष, महिलायें एवं बच्चे कायमगंज अचरा मार्ग पर जाम लगा दिया। भारी मसक्कत के बाद लगभग चार घंटे बाद जाम खुल सका।
जाम लगाये ग्रामवासियों का कहना था कि प्रशासन द्वारा किया गये पट्टे की भूमि इस जगह के पीछे है। यह जगह लगभग सौ साल पुरानी है। इस जमीन पर हम गांव वाले अपने शवों का दाह संस्कार करते चले आ रहे हैं। महिला मीना देवी निवासी चिलांका पीछे पट्टा की हुई जमीन छोडकर आगे की जगह पर कब्जा करना चाहती है। जिसे किसी भी दशा में महिला को नहीं दिया जायेगा। वहीं गांव वालों ने बताया कि मंगलवार को महिला मीना देवी जेसीबी मशीन लेकर व पुलिस बल के साथ आयीं थीं और समशान भूमि पर जबरिया कब्जा करने के लिए नींव खुदवा दी। इसके बाद कस्बा चौकी प्रभारी रामजीवन गांव में आये और गांव वालों से कहा कि इस विवाद पर बातचीत करने के लिए आप लोग कोतवाली चलें।
पुलिस ने बादाम सिंह, कैलाश चन्द्र, रामनिवास, सत्येन्द्र, राजेन्द्र सिंह, रामदास, दयाराम, महिमाचन्द्र, नानिकराम, नरेश, राधेश्याम, पंकज निवासी गण इनायत नगर को कोतवाली में बैठा लिया और इन लोगों के विरूद्ध शान्ति भंग में कार्रवाई कर दी। जिसके विरोध में बुधवार गांव की सैंकड़ों महिलायें, पुरूष एवं बच्चे सड़क पर आ गये और कायमगंज अचरा मार्ग को अवरूद्ध कर दिया। गंगाश्री पत्नी जवाहर, नीरज पत्नी विजय, शकुन्तला पत्नी जयचन्द्र, मालती पत्नी शिवकुमार, गंगादेवी पत्नी लालचन्द्र, शान्ति देवी पत्नी गेंदालाल, चन्द्रकली पत्नी रामप्रकाश, आशा देवी पत्नी नानिकराम आदि महिलाओं का कहना था कि मंगलवार को पुलिस ने गांव से बातचीत करने के लिए जिन लोगों को कोतवाली बुलाया था उन सभी एक दर्जन लोगों को पुलिस ने मुलजिम बना दिया।
जाम लगाये महिलाओं का कहना था कि जब तक पुलिस इन सभी को छोड़ेगी नहीं और इन सब पर लगे झूठे मुकद्मे वापस नहीं लेगी तब तक हम लोग ऐसे ही सड़कों पर बैठे रहेगे। कोतवाली प्रभारी पीतम सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने जाम खुलवाने के लिए कहा तो महिलायें व पुरूष भड़क उठे और नारेबाजी करने लगे। इसके बाद कोतवाली प्रभारी पीतम सिंह उपजिलाधिकारी से मिलने तहसील पहुंचे। पुनः एक दर्जन लोगों को लेकर मौके पर पहुंचे। तब कहीं जाकर लगभग चार घण्टे के बाद जाम खुल सका।
उपजिलाधिकारी ने बताया कि मीना देवी के नाम पट्टा है। गुरूवार व शुक्रवार को हम लोग स्वयं जाकर महिला को पट्टा की जमीन पर कब्जा करायेंगे।