ठंड व कोहरा बढ़ा, ट्रनों व बसों की रफ्तार धीमी

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फर्रुखाबाद: बीते दो दिनों से पड़ रहे घने कोहरे और कड़ाके की सर्दी में लोगों का जीना दुस्वार हो गया है। वहीं प्रशासन की तरफ से अभी तक तिराहों चौराहें व बसअड्डों पर कोई भी अलाव जलवाने की व्यवस्था नहीं की गयी है। जिससे यात्री व शरणार्थी घने कोहरे की सर्दी में स्टेशन व बसअड्डे पर ठिठुरते देखे गये। शनिवार को कालिंदी व कामाख्या एक्सप्रेस 5-5 घंटे विलंब से पहुंचीं। फर्रुखाबाद से दिल्ली आने-जाने वाली बसें भी कई घंटे विलंब से चलीं। रोडवेज की आय एक लाख रुपये प्रतिदिन कम हो गई है।

कोहरे की चादर आसमान में छाते ही कड़ाके की सर्दी शुरू हो गयी। लोग अपने घरों से निकलने से कतराने लगे, लेकिन अभी तक प्राइमरी स्कूलों व मान्टेसरी स्कूलों के बच्चों की शीतकालीन छुट्टियां नहीं की गयीं हैं। वहीं प्रशासन की तरफ से जलवाये जाने वाले तिराहे चौराहों पर अलाव की भी व्यवस्था नहीं की गयी है। भले ही प्रशासनिक अधिकारियों के कागजों में 20 दिसम्बर से ही शीतलहर शुरू हो गयी हो और शीतलहर से गरीब मजलूमों को बचाने के लिए लाखों का बजट की भी लीपापोती की जाने लगी हो लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से आम जनता को कोई राहत नहीं दी गयी है। नौनिहालों की छुट्टी न होने से घने कोहरे व कड़ाके की सर्दी में कंपकपाते हुए स्कूलों के लिए सुबह 8 बजे ही रवाना हो जाते हैं। जिनकी हालत पर शायद किसी को तरस नहीं आ रहा है।

भिवानी-कानपुर कालिंदी एक्सप्रेस शनिवार को पांच घंटे विलंब से दोपहर 12 बजे फर्रुखाबाद स्टेशन पहुंची। कामाख्या-जयपुर एक्सप्रेस भी पांच घंटे विलंब से आई। कानपुर-कासगंज पैसेंजर यहां दो घंटे लेट हुई वहीं कानपुर-कासगंज एक्सप्रेस चार घंटे देरी से चली। अन्य ट्रेनों पर भी कोहरे का असर रहा। फर्रुखाबाद डिपो के वरिष्ठ केंद्र प्रभारी गौरीशंकर ने बताया कि कोहरे की वजह से रोडवेज बसों के यातायात पर काफी प्रभाव पड़ा है। दिल्ली व आगरा समेत अन्य लंबी दूरी की बसें चार से पांच घंटा विलंब से चल रही हैं। ठंड व कोहरा बढ़ने से यात्रियों की संख्या भी घट गई है। इससे शुक्रवार व शनिवार को अचानक डिपो की आय में एक लाख रुपये प्रतिदिन की गिरावट आई है।

नगर पालिका के द्वारा प्रति वर्ष लाखों रुपये की लकड़ियां अलाव में जला दी जातीं हैं। लगता है इस बार भी नगर पालिका के कर्मचारी व अधिकारी अलाव कागजों में ही जलाना चाहते हैं यही बजह है कि अभी तक किसी भी स्थान पर नगर पालिका प्रशासन द्वारा अलाव जलाने की व्यवस्था नहीं की गयी है।