फर्रुखाबादः बीते दिन फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के रखा रोड पर कास्तकार कोल्ड स्टोरेज के निकट एक महिला की गला काटकर हत्या कर देने के बाद शव को वहां फेंक दिया गया था। लेकिन बीते दिन देर शाम तक महिला की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। पुलिस पहचान के लिए शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखे रही। मंगलवार प्रातः महिला के परिजन मौके पर पहुंचे और उसकी पहचान विमलादेवी पत्नी राम सिंह चौहान के रूप में कर ली। जिसके बाद महिला की हत्या के पीछे बजह व आरोपी की तलाश में पुलिस जुट गयी। फिलहाल प्रथम दृष्टया में पमहिला की हत्या के मामले में पुलिस की शक की सुई प्रापर्टी डीलर पर घूमती दिखायी दे रही है।
विदित हो कि सोमवार प्रातः लगभग 11 बजे 45 वर्षीय विमलादेवी पत्नी राम सिंह चौहान की गला काटकर हत्या कर दी गयी थी। मंगलवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतक विमलादेवी के पुत्र नरेन्द्र उर्फ पप्पू ने उसकी पहचान कर ली और फिर उलझ गयी विमलादेवी की हत्या की गुत्थी। बीते 30 वर्ष पूर्व विमलादेवी के पति रामसिंह चौहान के बीच आपसी मतभेद के चलते अदालत के माध्यम से अलगाव हो गया था। जिस बजह से रामसिंह चौहान विमला से ज्यादा लगाव नहीं रखता था। पत्नी से अलग होने के बाद रामसिंह मैनपुरी में रिक्शा चलाने का काम करने लगा था। विमला के दो पुत्र थे। जिसमें महेन्द्र उर्फ मेम्बर चौहान सबसे बड़ा जोकि मां के साथ घर पर ही रहता था। वहीं दूसरा पुत्र नरेन्द्र उर्फ पप्पू का विवाह होने के बाद वह अपनी पत्नी के साथ 6 माह से मैनपुरी में मोटरसाइकिल संभालने का काम कर रहा था। एक पुत्री गीता देवी का विवाह विमला ने पहले ही थाना मेरापुर क्षेत्र के ग्राम अर्जुनपुर निवासी पूरन सिंह के साथ कर दिया था।
पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ी बजह यही मानी जा रही है कि मृतिका विमलादेवी की ससुराल पड़ोसी जनपद एटा के बीरपुर में थी। विमलादेवी ने 9 वर्ष पूर्व बढ़पुर के प्रापर्टी डीलर अनिल राठौर से जमीन खरीदी थी और उस पर मकान बनाकर रहने भी लगी थी। लेकिन मकान का रजिस्ट्रेशन 9 वर्ष बाद भी विमलादेवी के नाम नहीं हुआ था। उधर विमलादेवी ने मकान बेचने का इरादा कर लिया था और दूसरी जगह सातनपुर मण्डी रोड पर एक प्लाट खरीदने की योजना बना रखी थी। लेकिन मकान बेचने के लिए उसका रजिस्ट्रेशन होना बहुत जरूरी था। जिसके चलते उसने अनिल को 30 हजार रुपये दीपावली से पहले दे दिये थे और दीपावली के तुरंत बाद मकान का रजिस्ट्रेशन कराने की बात भी तय हुई थी। दीवाली के एक दिन बाद नरेन्द्र से अपनी मां विमलादेवी की फोन पर बात हुई और उसके बाद सम्पर्क नहीं हो सका। पुलिस को घटना स्थल से महिला के कपड़ों के अंदर बरामद पर्स से 6 फोटो मिले थे। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि महिला घर से मकान का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए ही निकली थी। जिसके बाद उसकी गला काटकर हत्या कर दी गयी थी।
इस सम्बंध में फतेहगढ़ कोतवाल जितेन्द्र सिंह परिहार ने जेएनआई को बताया कि महिला की पहचान के बाद उसके हत्यारों को तलाश किया जा रहा है। फिलहाल अभी अनिल प्रापर्टी डीलर ही शक की सुई में आ रहा है। बाकी मामला जांच के बाद सामने आयेगा। फिलहाल पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया।