फर्रुखाबाद: फतेहगढ़ रेलवे स्टेशन परिसर में आयोजित किये गये एक कार्यक्रम में सहायक मण्डल मंत्री ने मजदूरों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनकी मांगों पर अमल नहीं हुआ तो आगामी 23 नवम्बर को पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय एवं मण्डलों पर विराट धरना प्रदर्शन कर विरोध व्यक्त किया जायेगा।
कार्यक्रम में बोलेते हुए सहायक मण्डल मंत्री पंकज कुमार ने कहा कि सरकार अभी भी जनविरोधी आर्थिक नीतियों के रुख पर कायम है। यहां तक कि यह दिखाई पड़ रहा है कि सरकार मजदूरों के हितों की पूर्ति के लिए बने कानूनों और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को लागू नहीं करना चाहती। बावजूद इसके कि देश की अर्थव्यवस्था पर मंदी का भारी असर है। अर्थव्यवस्था की आर्थिक विकास दर जहां 5.2 के निचले स्तर पर पहुंच चुकी है तो वहीं औद्योगिक उत्पादन दर एक प्रतिशत से भी नीचे है और यह बेरोजगारी की स्थिति को बद से बदतर बना रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य प्रशासन पूरी तरह से बहुराष्ट्रीय नियमों व कार्पोरेट का सेवक बन गया है। हाल ही में मानेसर के मारुति प्लांट में हुई घटना और उसके बाद 150 मजदूरों की गिरफ्तारी और 500 से अधिक मजदूरों की छटनी किसी कार्पोरेट और सरकार की गठजोड़ता का ताजातरीन उदाहरण है।
इस दौरान मजदूरों ने मांग की कि पेंशन, बीमा व खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश पर रोक लगायी जाये, न्यूनतम वेतन 10 हजार प्रति माह करने के साथ-साथ 50 प्रतिशत डीए को वेतन से जोड़ा जाये, 7 वें वेतन आयोग के गठन किये जाने की बात कही गयी। मजदूरों ने 12 घंटे की अमानवीय ड्यूटी देने से भी इंकार किया। इसके अलावा कुल मिलाकर 13 सूत्रीय मांगों को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे के मजदूर भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन 23 नवम्बर को करेंगे।
इस दौरान शाखा अध्यक्ष मुरारीलाल मीणा, शाखा मंत्री ए आर खान, उपाध्यक्ष आई अहमद खान, कार्यालय मंत्री शशी कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष कनौजी लाल के अलावा उमाशंकर, कैलाश, नवल किशोर, सुरेश पाल आदि कर्मचारी मौजूद रहे।