फर्रुखाबाद: हर तिराहे, चौराहे पर जो मंत्री के रास्ते में फर्रुखाबाद जनपद में आ रहे थे सभी पर पुलिस व ट्रैफिक के जवान काफिले को दिशा देने के लिए खड़े किये गये थे। डीएम, एसपी के अलावा अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी काफिले के पीछे निरीक्षण भवन से ही लग गये। लेकिन अचानक मंत्री का काफिला गलत दिशा में चला गया। पहले तो जिला प्रशासन यह मानता रहा कि शायद मंत्री औचक निरीक्षण के मूड़ में मुड़े हैं तो कई गाड़ियां उनके पीछे लग गयीं। डीएम व अन्य प्रशासनिक अधिकारी वहीं रुक कर इंतजार करने लगे। लेकिन नजारा कुछ और ही था। पुलिस स्कार्ट की इतनी बड़ी लापरवाही कि मंत्री को जाना कहीं था और पहुंच कहीं गये।
पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था का इससे बड़ा उदाहरण और क्या होगा जब वीआईपी की सुरक्षा व्यवस्था में सेंध हो जाये और वह भी पुलिस स्कार्ट की जिम्मेदारी से। प्रभारी मंत्री शिव कुमार बेरिया अपने काफिले के साथ पीडब्लू डी गेस्टहाउस पहुंचे जहां डीएम मुथुकुमार स्वामी व पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी ने उनकी अगवानी की और उन्हें कचहरी सभागार में होने वाली बैठक के लिए लेकर चले। मंत्री की गाड़ी हूटर बजाती हुई फतेहगढ़ चौराहा क्रास करती हुई निकली। मंत्री की गाड़ी के आगे पुलिस स्कार्ट व अन्य पुलिस की गाड़ियां चल रहीं थीं। जिसके बाद मंत्री बेरिया की गाड़ी और उसके पीछे डीएम व पुलिस अधीक्षक की गाड़ी चल रही थी। सभी उन्हें कलेक्ट्रेट सभागार की तरफ ले जा रहे थे। लेकिन तभी अचानक मंत्री बेरिया का काफिला मेन रोड से विकास भवन की तरफ हूटर बजाता हुआ मुड़ गया। अन्य अधिकारी कुछ समझ नहीं पाये और मंत्री का औचक निरीक्षण का मूड़ समझ कर भौचक्के रह गये। काफिला विकास भवन पहुंच गया। लेकिन बाद में मंत्री को जानकारी मिली कि उनका काफिला गलत आ गया है। तत्काल गाड़ी को मुड़ाकर पुनः कचहरी के लिए रवाना किया गया। शांतिपूर्वक काफिले को कचहरी में पहुंचाकर प्रशासन ने चैन की सांस ली।