भाजपा नेता और सीनियर एडवोकेट महेश जेठमलानी ने अब बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर सवाल उठा दिए हैं। जेठमलानी का कहना है कि अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के कई आरोपों के बावजूद गडकरी अभी तक अध्यक्ष क्यों हैं। इस मामले में अपना विरोध जताते हुए जेठमलानी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से रविवार को इस्तीफा दे दिया है। उधर, भाजपा का कहना है कि इस मामले में अभी जांच चल रही है और बीच में बयानबाजी करना ठीक नहीं है।
महेश जेठमलानी ने भाजपा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि जब तक गडकरी पार्टी के अध्यक्ष पद रहते हैं, तब तक नैतिक और बौद्धिक तौर पर मेरा भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बने रहना उचित नहीं है। गौर हो कि पूर्ति समूह नामक कंपनी में व्यावसायिक लेनदेन में कथित वित्तीय अनियमितताओं के चलते गडकरी बीते कई दिनो से निशाने पर हैं। हालांकि गडकरी ने अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों से इनकार किया है और पार्टी भी उनके समर्थन में आगे आई है। लेकिन अब महेश जेठमलानी के इस कदम के बाद गडकरी के खिलाफ स्थितियां प्रतिकूल होती दिख रही हैं।