फर्रुखाबाद: इसे केजरीवाल का आकर्षण कहें या भीड़ की उत्सुकता जो उससे मिलने के लिए सामने आने वाली हर चीज से भिड़ने को तैयार हो जाती है। फिर चाहें वह सलमान हों या खाकी। केजरीवाल सभा समाप्ति के बाद जैसे ही अपनी कार में बैठे, समर्थकों ने उन्हें घेर लिया। कार घेरते ही अरविंद के चालक ने गाड़ी धीमी गति से चलाना शुरू कर दी। लेकिन भीड़ ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। जिस पर थानाध्यक्ष मेरापुर अशोक कुमार ने भीड़ को हटाना चाहा तो भीड़ ने उनके साथ भी धक्का मुक्की कर डाली।
तकरीबन 20 मिनट तक चले अरविंद के भाषण के दौरान जहां अरविंद ने नेताओं के भ्रष्टाचार का आपरेशन किया तो वहीं भीड़ भी बीच बीच में वंदे मातरम के नारे लगाकर आईएसी कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करती रही। अरविंद से मिलने का जज्बा लिये दूर दराज के प्रदेशों, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब के अलावा यूपी के मेरठ, बरेली, बदायूं, कानपुर, इटावा, मैनपुरी, अलीगढ़ से लोग आये। लेकिन प्रशासन की मजबूत व्यवस्था देखकर अरविंद समर्थकों की पुलिस से कई बार झड़प भी हुई पहले तो अरविंद की मंच के सामने बनायी गयी डी में एक समर्थक कूद गया। जिसको बाद में क्षेत्राधिकारी नगर विनोद कुमार ने खरी खोंटी सुनायीं और पुनः वापस भेज दिया। घंटों से उबल रहा समर्थकों का गुस्सा अरविंद के वापस जाने पर फूट पड़ा और फिर ऐसा फूटा कि वह लोग अरविंद के कार में बैठने के बाद उनकी कार के आगे पीछे लटक गये। अरविंद की गाड़ी पर अचानक इतने लोगों के आ जाने से पुलिस प्रशासन के पैरों तले जमीन खिसक गयी और उन्होंने समर्थकों को रोकना चाहा। गुस्साई भीड़ का थानाध्यक्ष मेरापुर अशोक कुमार सिंह के साथ विवाद हुआ तो भीड़ ने थानाध्यक्ष के साथ धक्कामुक्की भी कर दी। लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला और अरविंद का काफिला आगे निकल गया।