फर्रुखाबाद: अपराधियों के राजनैतीकरण और राजनीति के अपराधीकरण की चर्चाये तो बहुत होती हैं परन्तु इसका सजीव उदाहरण रविवार को कमालगंज में आयोजित सपा सम्मेलन में नजर आया। खचाखच भरे पन्डाल और वरिष्ठ सपा नेताओं से जगमगाते मंच से एक जिला बदर अपराधी ने न केवल ओजपूर्ण भाषण से तालियां बटोरीं साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर सपा विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी के पुत्र को टिकट दिये जाने की भरपूर वकालत भी की। मजे की बात है आयोजन के दौरान स्थानीय पुलिस तमाशा देखती रही। थानाध्यक्ष राघवन सिंह ने तो जिला बदर अपराधी को पहचानने तक से इंकार कर दिया।
समाजवादी पार्टी के विधानसभा क्षेत्र सम्मेलन में जहां एक तरफ वरिष्ठ नेता सपा सरकार के 6 माह पूर्ण होने पर जनता को उपलब्धियां गिनाकर अच्छे शासन और प्रशासन की दुहाई दे रहे थे वहीं दूसरी तरफ जिला बदर हो चुके कमालगंज थाना क्षेत्र के ग्राम नगला दाउद निवासी सलाउद्दीन पहलवान पुत्र मसरुद्दीन ने जो भाषण सपा पान्डाल में दिये वह वाकई में सुनने लायक थे। आगामी लोकसभा चुनाव में क्षेत्रीय विधायक के पुत्र को टिकट दिये जाने की वकालत कर रहे जिला बदर अपराधी के भाषण के दौरान जनता ने जमकर तालियां बजायीं। वहीं पान्डाल में कुछ दूरी पर खड़े पुलिसकर्मी जिला बदर अपराधी के भाषण पर मधुर मुस्कान छोड़ते रहे।
बताते चलें कि जिलाधिकारी ने कुछ माह पूर्व ही सलाउद्दीन के अपराधिक इतिहास को देखते हुए उसे जिला बदर कर दिया था। जिस पर तत्कालीन थानाध्यक्ष सुनील तिवारी ने यह कहकर गिरफ्तार नहीं किया था कि उन्हें अभी प्रशासन से कोई लिखित आदेश नहीं मिला है। वहीं वर्तमान थानाध्यक्ष राघवन सिंह ने रविवार को हुए सपा सम्मेलन में मंच से सपा नेताओं के बीच भाषण दे रहे जिला बदर को पहचानने तक से इंकार कर दिया।
इस सम्बंध में थानाध्यक्ष कमालगंज ने स्पष्ट रूप से कह दिया कि वह जिला बदर सलाउद्दीन को नहीं पहचानते और न ही उनके आरक्षी। मजे की बात है कि पुलिस अगर घटना करने वाले अपराधियों को पहचान ही ले तो पकड़े क्यों नहीं जायें, पुलिस अपराधियों को जानकर भी पहचान नहीं पा रही है यह जनपद पुलिस के भ्रष्टाचार का जीता जागता उदाहरण है। पुलिस की नजरों के सामने अपराधी दहाड़कर चले जाते हैं और उन्हें पता ही नहीं चलता कि यह अपराधी है। शायद यही बजह है कि मोहम्मदाबाद में इतने दिनों से बबाल मचा हुआ है।