कायमगंज: अबला कही जाने वाली नारी के सशक्तीकरण का अभियान चलाने वालों ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि, कभी उसके सामने उसका पति इतना असहाय और मजबूर हो जायेगाकि उसके सामने आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता ही न बचे। पत्नी की रोज-रोज की चखचख से छुटकारा पाने के लिए एक युवक ने विगत रात्रि घर में रखी सल्फास की गोलियां अपने गले से नीचे उतार ली।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मद्दूपुर निवासी राजाराम के पुत्र गिरीश की पत्नी छोटी छोटी बातों को लेकर आये दिन पति के साथ घर में बखेडा खडा कर देती थी। आये दिन की लड़ाई झगडों से परेशान गिरीश ने पत्नी को बार बार समझाने और घर का माहौल खराब न करने के लिए कहा तो इस पर भी अनेक बार बखेडा खड़ा होता रहा। पत्नी के झगडालू और उग्र व्यवहार में जब बेचारा पति कोई परिवर्तन नहीं ला सका तो नारी शक्ति के सामने हथियार डालते हुए उसने अपने ही प्राण देकर रोज रोज के झगड़ों से मुक्ति पाने के लिए घर में रखी सल्फास की गोलियां उठाकर खा लीं। सल्फास के असर से जब उसकी हालत बिगड़ी और परिजनों को मामले का ज्ञान हुआ तो आनन फानन इलाज के लिए उसको नगर के सरकारी अस्पताल में लाकर भर्ती कराया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे रिफर कर दिया।