कमालगंज (फर्रुखाबाद): विकासखण्ड कमालगंज क्षेत्र के ग्राम भोजपुर में 2007-08 में लाखों रुपये से बना पंचायत सचिवालय बिना हैन्डओवर किये ही जब गंगा में समाने के कगार पर पहुंच गया और प्रशासन बिलकुल भी हरकत में नहीं आया। बीते दिन जब पंचायत सचिवालय की लैट्रीन व बाथरूम गंगा की तेज धार में बह गये तब जाकर प्रशासन हरकत में आया। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अब प्रशासन की इस कवायद से भी कुछ होने वाला नहीं है।
विदित हो कि कमालगंज के ग्राम भोजपुर में पंचायत सचिवालय 2007-08 में 14 लाख 70 हजार रुपये से निर्माण किया गया था। लेकिन इसे आज तक हैन्डओवर नहीं किया गया था। जहां गंगा के कटान से भोजपुर के ग्रामीणों के कच्चे पक्के मकान बह गये, हजारों बीघा जमीनें गंगा में समां गयीं तो प्रशासन को बिलकुल भी परवाह नहीं हुई और उसने बाढ़ के पानी से बचने के लिए कोई उपाय नहीं किया। लेकिन जब अंतिम समय में गांव के ही किनारे बने पंचायत सचिवालय को भी गंगा के पानी ने अपनी जद में लेना शुरू कर दिया और बीते दिनों ही पंचायत सचिवालय की लैट्रीन व बाथरूम गंगा में समां गये तो प्रशासन को इसकी सुध आयी। आनन फानन में प्रशासन की तरफ से लम्बे लम्बे सीमेंटेड लट्ठे लगाकर मिट्टी की बोरियां इत्यादि डलवायीं जाने लगी।
वहीं भोजपुर के ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन द्वारा की जाने वाली यही कवायद यदि पहले ही की गयी होती तो गंगा का कटान इस हद तक आता ही नहीं और न ही पंचायत सचिवालय को बचाने के लिए प्रशासन को इतनी मसक्कत करनी पड़ती। लेकिन प्रशासन ने तो ग्रामीणों की समस्याओं से कोई ताल्लुक ही नहीं रखा।