फर्रुखाबाद: राजपूत रेजीमेंट में आयोजित किये गये पूर्व सैनिक सम्मेलन में जनपद के अलावा पड़ोसी जिलों से भी पूर्व सैनिक कार्यक्रम में पहुंचे। जहां अपनी समस्या को दर्शाते हुए पूर्व सैनिकों ने पुलिस पर कई आरोप जड़े और कहा कि जिले में पुलिस की बजह से भ्रष्टाचार फैल रहा है। इस पर पुलिस के आला अधिकारी ध्यान दें।
पूर्व सैनिक सम्मेलन में बोलते हुए पूर्व कर्नल विनोद कुमार मराठा रेजीमेंट ने बताया कि वह 1962, 1965, 1971 व आपरेशन ब्लू स्टार की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। मूल निवासी कन्नौज जनपद के टाडा मऊ गढ़ी से ताल्लुक रखने वाले पूर्व कर्नल ने कहा कि आर्मी से रिटायर होने के बाद जब वह सिविल में पहुंचे तो उन्हें कई समस्याओं से जूझना पड़ा। सबसे बड़ी समस्या पुलिस की है। जिसकी बजह से भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गया है।
वहीं दूसरी तरफ नबावगंज के ग्राम कनासी निवासी पूर्व सैनिक चन्द्रप्रकाश ने लेफ्टिनेंट जनरल अति सेवा मेडल चीफ आफ स्टाफ मध्य कमान से शिकायत की कि उसे झूठे मुकदमें में पुलिस ने फंसा दिया। जिसकी शिकायत जब उन्होंने पुलिस अधीक्षक से की तो उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की। उसके पिता पूर्व सूबेदार जोगराज सिंह भी झूठे मुकदमें में फंसे हैं। पुलिस अधीक्षक के पूर्व सैनिक चन्द्रप्रकाश तीन बार मुलाकात कर चुका है। लेकिन उस पर कोई अमल नहीं किया गया। वल्कि उसने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग ने उसे पूर्व सैनिक मानने से ही इंकार कर दिया।
इस सम्बंध में कार्यक्रम में मौजूद पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी ने पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस विभाग हर समय पूर्व सैनिकों की समस्यायें सुनने के लिए तैयार है। वे बोले कि कोई भी विभाग समस्या से परे नहीं। प्रयास आवश्यक है अगर कोई त्रुटि भी है तो उसे सुधारने का मौका भी हर आदमी को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कहीं भी जाने से पहले मन की भावना में सकारात्मक सोच होनी आवश्यक है। तभी हमें सामने वाले व्यक्ति की बात सहजता से समझ में आयेगी।