फर्रुखाबाद: मुख्यमंत्री अखिलेश कुमार के संभावित दौरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के कान खड़े हो गये हैं। जिसके चलते वह किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता। कई महीनों से रिक्त पड़े चिकित्सकों के पदों पर मुख्यमंत्री के दौरे से पूर्व 16 संविदा कर्मियों की तैनाती के आदेश कर दिये गये। जहां उन्होंने आज कार्यभार भी ग्रहण कर लिया।
सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के 14 तारीख को बरौन, फतेहगढ़, शमशाबाद, कंपिल के पीएचसी, सीएचसी के उदघाटन के लिए आने की सूचना स्वास्थ्य विभाग को पहले से ही हो चुकी है। विदित हो कि जनपद में लगभग डेढ़ सौ चिकित्सकों के पद हैं। जिसमें से वर्तमान में तकरीबन मात्र आधा सैकड़ा ही डाक्टर पीएचसी/सीएचसी पर तैनात है। बाकी कई प्राथमिक स्वास्थ्यकेन्द्र चिकित्सकों के अभाव से रिक्त पड़े हैं। मुख्यमंत्री के दौरे से पूर्व कई महीनों से लटके संविदा चिकित्सकों के पदों पर आनन फानन में तैनाती की गयी। जिसमें दरौरा में तैनात यूनानी डाक्टर जमीउद्दीन सिद्दीकी को लोहिया, फैजबाग में तैनात होम्योपैथिक चिकित्सक रूपेश को लोहिया व आयुर्वेदिक चिकित्सक डा0 राजेश को नबावगंज से आवास विकास स्थित डा0 राममनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में तैनाती की गयी है। वहीं डा0 बृजेश मिश्रा को सबलपुर से सबलपुर में ही रखा गया है। डा0 गौरव को राजेपुर से राजेपुर में, डा0 विनोद को जहानगंज से लिंजीगंज, डा0 पंकज कटियार को गदनपुर से जिठौली, यूनानी डाक्टर जुबैर को जरारी से कमालगंज, डा0 निषी गौड़ को राजेपुर से लिंजीगंज, डा0 प्रदीप को कायमगंज से फैजबाग, डा0 अनुराग को पिपरगांव से पिपरगांव में ही, डा0 प्रभा त्रिपाठी को नबावगंज, डा0 ओपी वर्मा को कंपिल, डा0 प्रभा को ताजपुर से नबावगंज, डा0 शैलेन्द्र को मोहम्मदाबाद, डा0 शैलेन्द्र को मोहम्मदाबाद, डा0 सुनील को कायमगंज में तैनाती की गयी है।
जिसमें डा0 राममनोहर लोहिया अस्पताल में अब यूनानी, होम्योपैथिक व आयुर्वेदिक तीनों का इलाज के डाक्टरों की तैनाती होने से अब मरीजों को अलग- अलग भटकना नहीं पड़ेगा। शासन के आदेशानुसार सभी डाक्टर अपनी-अपनी पैथ में ही प्रैक्टिस करेंगे।