शमशाबाद (फर्रुखाबाद): बीते एक माह से गंगा का जल स्तर लगातार उफानें भर रहा है। जिससे गंगा के मुहाने पर बसे कई ग्रामों की फसलें चौपट होने के साथ ही उनके घरौंदे भी पूर्णतः गंगा में शमा चुके हैं। बीते आठ दिन पूर्व गंगा के जल स्तर में कमी होना प्रारंभ हो गयी थी। लेकिन नरौरा बांध से एक बार फिर पानी छोड़े जाने से गंगा के जल स्तर में वृद्वि होना प्रारंभ हो गयी है। बीते 9 सितम्बर को गंगा का जल स्तर 136.30 मीटर था जो बढ़कर सोमवार को 136.40 मीटर हो गया है। जिससे शमशाबाद व कायमगंज क्षेत्र के कई ग्राम गंगा में समाने के कगार पर हैं।
गंगा का दंश झेल रहे ग्रामीणों का मानना है कि गंगा का कटान जल स्तर बढ़ने पर इतना नहीं होता है जितना गंगा का जल स्तर कम होेने पर होता है। ऐसा ही शायद ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहा है। बीते आठ दिनों से जहां गंगा के जल स्तर में कमी आयी थी जिसके चलते गंगा लगातार सादौं सराय की तरफ कटान करती हुई बढ़ती आ रही है। सादौं सराय में बने पक्के रोड को गंगा की तेज धार ने काट दिया है। लगभग आधा गांव कट चुका है। जिसके चलते प्रशासन को इसकी खबर दी गयी। जिस पर रविवार को एसडीएम कायमगज राकेश पटेल ने सादौं सराय पहुंचकर गंगा के कटान को देखा। जहां पर उन्होंने स्थिति गंभीर देखते हुए सभी ग्रामीणों को अपने घरों को खाली करके बाढ़ शरणालयों में जाने के लिए कहा। जिस पर कुछ लोग तो पलायन कर गये लेकिन अभी भी गांव के अधिकतर लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं लेकिन गंगा की धार लगातार पैनी होती जा रही है और ऊंची-ऊंची पहाड़ी गंगा की कोख में समाती जा रहीं हैं। यही हाल जनपद के लगभग दो दर्जन ग्रामों का है। जहां पर गंगा की बाढ़ ने तबाही मचा रखी है।