फर्रुखाबाद: जनपद में पुलिस की ढिलमुल रवैये के चलते स्मैक का कारोबार जोरों पर चल रहा है। स्मैक की लत ने सैकड़ों युवाओं की जिंदगी चौपट कर दी है। इतना ही नहीं स्मैक के लती इन लोगों की कब कहां मौत हो जाती है यह तक परिजनों वे सम्बंधियों को जानकारी नहीं हो पाती। लेकिन इसका पुलिस पर कोई असर नहीं। स्मैक के इस काले कारोबार में छोटे तबके के ही लोग नहीं बड़े घरानों के होनहाल युवाओं की भी स्मैक की लत लगने के बाद बदहाल जिंदगी जीने को मजबूर हैं। ऐसे ही एक स्मैकिये का लावारिश शव शहर के रतन कोल्ड स्टोरेज के हाते में पड़ा मिला।
कभी तिराहे पर तो कभी चौराहे पर तो कभी किसी रोडवेज बस स्टेशन या रेलवे स्टेशन पर स्मैकियों के लावारिश शव पड़े माह में एक दो मिल ही जाते हैं। प्रशासन व पुलिस अधिकारियों ने इन शवों को उठवाकर लावारिश घोषित कर गंगा में फिकवा दिया। लेकिन यह जानने की कोशिश नहीं की कि स्मैक के इस काले कारोबार जिससे इन स्मैकियों की मौत हो रही है, इसका धंधा कौन कर रहा है। अब सवाल यह उठता है कि क्या पुलिस को इन स्मैक कारोबारियों की जानकारी नहीं है? शायद इससे आम आदमी सहमत नहीं हो सकता कि पुलिस को इस गोरख धन्धे की जानकारी न हो। नागरिकों के अनुसार पुलिस को इस धंधे की बखूबी जानकारी होने के बावजूद ये धन्धे बड़े आराम से शहर में चल रहे हैं। स्मैकिये चोरी करके, नकब लगाकर, घरों से सामान इत्यादि बेचकर न जाने कितने जतन कर अपनी स्मैक की लत को पूरा करते हैं और जिससे होन हार युवाओं की जिंदगी चौपट हो जाती है। लेकिन इसका पुलिस अधिकारी, किशोर बोर्ड, बाल अपराध नियंत्रण बोर्ड और न जाने कितने बोर्ड एवं समितियां कोई भी कारोबार तक पहुंचने की रिस्क नहीं उठाता।
कादरीगेट निवासी लोग सोमवार को सुबह तड़के जब शौच इत्यादि के लिए उठे तो कुछ लोगों ने रतन कोल्ड स्टोरेज के हाते से बदबू इत्यादि आने की बात कही। जिस पर कई लोगों ने मौके पर जाकर देखा तो वहां पर एक व्यक्ति का शव लावारिश अवस्था में पड़ा मिला। लोगों ने तत्काल इसकी सूचना चौकी कादरीगेट में दी। कादरीगेट चौकी से पुलिस पहुंची तब तक घटना स्थल पर भारी भीड़ जमा हो गयी। लोगों ने मृत वृद्व की असली पहचान तो नहीं कर पायी। लेकिन कुछ लोगों ने बताया कि यह व्यक्ति स्मैक का आदी था तथा स्मैक या नशीले इंजेक्शन लगाने से ही उसकी मौत हुई हैं। शव के पास से एक नशीला इंजेक्सन का रैपर व सिरेंज भी बरामद की गयी है। फिलहाल पुलिस ने शव को लावारिश अवस्था में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।