फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नितगंजा दक्षिण निवासी डायमण्ड कम्प्यूटर के मालिक यतेन्द्र सक्सेना बीते शनिवार की सुबह तकरीबन 11 बजे अपनी दो बच्चियों के साथ घर से गायब हो गये थे। दोपहर बाद उनकी बाइक घटियाघाट पुल पर बरामद हुई व प्रत्यक्षदर्शियों ने एक युवक युवती को पुल से गंगा में कूदते देखा था। इसके बाद मौके पर भीड़ लग गयी। गाड़ी के नम्बर से यतेन्द्र की मां ने बाइक अपने बेटे यतेन्द्र की होने की पुष्टि की थी। मां के घटियाघाट पहुंचने के बाद सूचना मिलने पर कई प्रशासनिक अधिकारी घटियाघाट पहुंचे थे। गंगा में कूदे जोड़े की तलाश शुरू की। लेकिन कई घंटे प्रयास के बावजूद भी सफलता नहीं मिली। वहीं रविवार को पुलिस के 8 घंटे तक 12 किलोमीटर गंगा छानने के बाद भी यतेन्द्र की बरामदगी नहीं की जा सकी।
बताते चलें कि पेशे से कम्प्यूटर प्रिंटर्स यतेन्द्र सक्सेना के परिवार में पत्नी नेहा सक्सेना, ढाई वर्षीय पुत्री वैष्णवी, डेढ़ वर्षीय पुत्री जान्हवी थे। यतेन्द्र का बड़ा भाई जितेन्द्र सक्सेना अपनी पत्नी शिवांगी, दो पुत्र चार वर्षीय लकी व दो वर्षीय विक्की के साथ रहता था। यतेन्द्र के पिता की मृत्यु करीब चार वर्ष पहले हो चुकी है। मां सुनील कुमारी प्राथमिक विद्यालय जिजुइया में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात है। यतेन्द्र का बड़ा भाई जितेन्द्र तकरीबन एक माह पूर्व कहीं चला गया था। परिजनों के अनुसार वह गंगा में किसी तरह डूब गया था। लेकिन जितेन्द्र का कहीं पता नहीं चला। भाई जितेन्द्र के घर से चले जाने के गम में यतेन्द्र काफी परेशान रहने लगा था व अक्सर अपनी पत्नी व परिजनों के साथ झगड़ा करता रहता था।
जिसके बाद घर से निकला यतेन्द्र अपनी दो बच्चियों के साथ घर नहीं पहुंचा। इधर उसकी बाइक घटियाघाट पुल पर बरामद हुई। पुल से कूदते हुए लोगों ने एक युवक व एक युवती को देखा। शनिवार को सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार, क्षेत्राधिकारी नगर विनोद कुमार सिह, शहर कोतवाल विजय बहादुर सिंह ने कई घंटे गोताखोरों की मदद से कूदे हुए लोगों के शव बरामदगी का प्रयास किया। लेकिन पूरे दिन की कवायद के बाद भी शव नहीं मिल सके। जिससे दूसरे दिन शव खोजने के लिए गोताखोरों को पुलिस के साथ लगाया गया।
प्रात: तकरीबन 8 बजे शहर कोतवाल विजय बहादुर सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम घटियाघाट पहुंची व खोजवीन शुरू की। तकरीबन 3 बजे तक चली खोजवीन के बाद पुलिस ने 12 किलोमीटर तक खोजवीन की लेकिन कहीं भी कूदे युवक युवतियों का सुराग नहीं लग सका। थक हारकर पुलिस बैरंग वापस हो गयी। फिलहाल यतेन्द्र सक्सेना के बरामद न होने से उसके घर में शोक फैला हुआ है।
इस सम्बंध में शहर कोतवाल विजय बहादुर सिंह ने बताया कि कई घंटे खोजवीन के बाद भी कूदे लोगों की बरामदगी नहीं की जा सकी।
वहीं यतीन्द्र के साले आलोक ने दबी जुबान से बताया कि मेरे बहनोई इतना बड़ा कदम नहीं उठा सकते थे, इस घटना की गंभीरता से जांच की जानी चाहिए।